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Up Kiran, Digital Desk: डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें युद्ध सुलझाना पसंद है। वे व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बोले कि काबुल पर हुए हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ था। 79 वर्षीय राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अगर वह चाहें तो पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान के बीच संघर्ष सुलझाना उनके लिए आसान होगा। पर उन्होंने जोड़ा कि फिलहाल उनकी प्राथमिकता अमेरिका चलाना है।

आगे ट्रंप ने कहा कि वे लोगों को मरने से रोकना चाहते हैं। इसलिए उन्हें युद्ध सुलझाना भाता है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने कई क्षेत्रों में मध्यस्थता कर लोगों की जान बचाई है। ट्रंप ने यह गिनती बताई कि उन्होंने आठ बार युद्ध सुलझाए। उन्होंने 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर खेद जताया। उनका कहना था कि उन्हें लोगों की जान बचाना मायने रखता है न कि पुरस्कार।

क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान ने काबुल में तहरीक‑ए‑तालिबान पाकिस्तान के ठिकानों पर हवाई हमला किया। इस पर अफ़गान सरकार ने पलटवार किया और डूरंड रेखा पर कई पाक चौकियों पर कब्जा किया। दोनों तरफ़ सैनिक हताहत भी हुए। इसके बाद पाकिस्तान ने 48 घंटे का युद्धविराम का प्रस्ताव रखा। वारविराम समाप्त होते ही स्थितियाँ फिर बिगड़ीं। पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर हमला किया। इस हमले में आठ लोगों की मौत की सूचना है। इनमें तीन अफ़गान क्रिकेटर भी शामिल थे। इसी वजह से अफ़गानिस्तान ने पाकिस्तान के साथ त्रिकोणीय क्रिकेट श्रृंखला रद्द कर दी।

ट्रंप का दावा भारत‑पाक विवाद सुलझाने का भी रहा। उन्होंने कहा कि वे दोनों देशों के बीच चल रहे विवाद को सुलझा चुके हैं। नई दिल्ली ने बार‑बार इन दावों से इनकार किया है और कहा है कि दोनों देशों के मध्य किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं हुई।

स्थिति अभी तनावपूर्ण बनी हुई है। स्थानीय अस्पतालों और सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक़ इलाके में सामान्य जीवन प्रभावित है। कूटनीतिक चैनल सक्रिय हैं पर समाधान दिखना अभी कठिन है।