Tulsi Gabbard: नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पूर्व डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में नियुक्त किया है, जो एक शक्तिशाली पद है जो देश की जासूसी एजेंसियों में टॉप पर है और राष्ट्रपति के आला खुफिया सलाहकार के रूप में कार्य करता है।
गैबार्ड एक अनुभवी हैं जिन्होंने दो दशकों से ज्यादा समय तक सेवा की है, मगर उनके पास बीते पदाधिकारियों जैसा सामान्य खुफिया अनुभव नहीं है। उन्होंने 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी और इस साल की शुरुआत में ट्रंप का समर्थन किया, जिससे वो उनके समर्थकों के बीच लोकप्रिय हो गईं।
तुलसी गबार्ड के बारे में ज्यादा जानें
वह कांग्रेस के लिए चुनी गई पहली हिंदू थीं। 43 वर्षीय गबार्ड का जन्म अमेरिकी समोआ में हुआ, उनका पालन-पोषण हवाई में हुआ और उन्होंने अपना बचपन फिलीपींस में बिताया।
बाद में वह हवाई का प्रतिनिधित्व करते हुए कांग्रेस के लिए चुनी गईं। सदन की पहली हिंदू सदस्य के रूप में गैबार्ड ने हिंदू भक्ति ग्रंथ भगवद गीता पर हाथ रखकर पद की शपथ ली। वो कांग्रेस के लिए चुनी गई पहली अमेरिकी समोआ भी थीं।
अपने चार हाउस कार्यकालों के दौरान वो अपनी पार्टी के नेतृत्व के खिलाफ बोलने के लिए जानी जाती हैं। सीनेटर बर्नी सैंडर्स के 2016 के डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के प्राथमिक चुनाव के लिए उनके शुरुआती समर्थन ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर प्रगतिशील राजनीति में एक लोकप्रिय व्यक्ति बना दिया।
गैबार्ड की शादी सिनेमेटोग्राफर अब्राहम विलियम्स से हुई है। उनके पिता माइक गैबार्ड एक राज्य सीनेटर हैं, जो पहले रिपब्लिकन के रूप में चुने गए थे, मगर बाद में वे डेमोक्रेट बन गए।
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