Up Kiran, Digital Desk: नोएडा के सेक्टर 66 में स्थित एक निजी अस्पताल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब 15 घंटों के अंदर दो बार ऑक्सीजन पाइपलाइन में धमाका हो गया गनीमत रही कि इन घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ हालांकि, अस्पताल प्रबंधन की ओर से गंभीर लापरवाही को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर उसे सील कर दिया है.
यह घटना सेक्टर 66 के मार्क अस्पताल की है. जानकारी के मुताबिक, पहला धमाका रविवार दोपहर करीब 12 बजे हुआ. बताया जा रहा है कि अस्पताल के आईसीयू (ICU) के पास फॉल्स सीलिंग में शॉर्ट सर्किट हुआ, जिसकी वजह से पास से गुजर रही ऑक्सीजन पाइपलाइन गर्म हो गई और फट गई.
अस्पताल के निदेशक अनुज त्रिपाठी के अनुसार, धमाके के बाद आईसीयू में भर्ती आठ मरीजों को तुरंत दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया और उन्हें पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए. उन्होंने बताया कि आग बुझाने वाले यंत्र से शॉर्ट सर्किट पर काबू पा लिया गया था और एक घंटे के भीतर सब ठीक करके इमरजेंसी सेवाएं फिर से शुरू कर दी गई थीं.
लेकिन इसके कुछ ही घंटों बाद सोमवार शाम को उसी पाइपलाइन में एक और धमाका हो गया. लगातार दो धमाकों के बाद मरीजों और उनके तीमारदारों में दहशत फैल गई. दूसरे धमाके की खबर मिलते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) नरेंद्र कुमार समेत स्वास्थ्य विभाग के कई बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे
अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लेने के बाद अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की. कई मरीजों को पास के कैलाश और ओम अस्पताल में भर्ती कराया गया है
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (DCMO) डॉक्टर चंदन सोनी ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते यह बड़ा हादसा हुआ, जिसके कारण अस्पताल को सील कर उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि मामले की पूरी जांच के लिए एक संयुक्त समिति का गठन किया गया है, जो बार-बार हुए इन धमाकों के कारणों का पता लगाएगी.
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