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Up Kiran, Digital Desk: आज हम आपको गाज़ीपुर से एक ऐसा मामला बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप अपना माथा पकड़ लेंगे. यह कोई फिल्मी कहानी नहीं है बल्कि यह पूरी तरह से असली है. यहाँ एक माँ ने अपनी बेटी की हत्या कर देने का इल्जाम उसके पति और ससुराल वालों पर लगाया लेकिन जब पुलिस ने पर्दा उठाया तो हकीकत ने सबको हिला दिया.

मायके वालों का 'हत्या' का आरोप

मामला शुरू होता है सादात के बरहपार भोजूराय गाँव से. राजवंती देवी नाम की एक महिला ने अपनी बेटी रुचि की शादी 2023 में खानपुर के हथौड़ा गाँव के राजेंद्र कुमार से की थी. सब ठीक चल रहा था लेकिन अचानक घर में भूचाल आ गया. 3 अक्टूबर को राजवंती देवी सीधे एसपी साहब के पास पहुंचीं और एक प्रार्थना पत्र दिया. उनकी शिकायत थी कि उनके दामाद राजेंद्र और ससुराल वालों ने मिलकर उनकी बेटी रुचि को मार डाला और फिर लाश को भी गायब कर दिया. उन्होंने दहेज हत्या का गंभीर आरोप लगाया.

एसपी के आदेश पर सादात पुलिस तुरंत हरकत में आई. दामाद राजेंद्र समेत कुल छह लोगों पर दहेज हत्या और दूसरी धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया. पुलिस ने केस डायरी खोली और जांच शुरू कर दी.

पुलिस की छानबीन और 'जिंदा' महिला की कहानी

केस दर्ज होते ही हड़कंप मच गया. पुलिस टीम गहनता से हर पहलू की जांच कर रही थी. सैदपुर के सीओ रामकृष्ण तिवारी ने जब मामले की बारीकी से विवेचना की तब जाकर सच्चाई सामने आई.

चौंकाने वाला खुलासा! असल में रुचि जिंदा थी.

पुलिस ने सर्विलांस का सहारा लिया और पता चला कि रुचि मध्य प्रदेश के ग्वालियर इलाके में कहीं है. पुलिस टीम ग्वालियर पहुँची. वहाँ जाकर पुलिस ने देखा कि रुचि दूसरी शादी करके आराम से अपनी ज़िंदगी जी रही है. पुलिस ने रुचि को बरामद किया और उसे लेकर गाज़ीपुर वापस आई. पुलिस ने उसका डॉक्टरी परीक्षण भी कराया.

प्यार और मर्ज़ी के खिलाफ़ शादी

पूछताछ में रुचि ने जो बताया वह और भी दिलचस्प था. पता चला कि रुचि की शादी उसकी मर्ज़ी के खिलाफ़ हुई थी. वह किसी और को चाहती थी. बाद में मौका देखकर वह अपने प्रेमी के साथ भाग गई और उससे शादी करके एक नई ज़िंदगी शुरू कर दी थी.

इधर माँ राजवंती देवी ने बिना किसी ठोस सबूत के दामाद और उसके परिवार वालों को हत्या के झूठे मामले में फंसा दिया था. अब पुलिस इस झूठे केस में शामिल छह लोगों पर आगे क्या कार्रवाई करेगी यह देखने वाली बात होगी.