Up kiran,Digital Desk : पंजाब का फगवाड़ा शहर एक बार फिर गोलियों की आवाज़ से दहल उठा है। यहां अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि एक मामूली सी बहस के बाद एक और घर का चिराग हमेशा के लिए बुझा दिया गया। सबसे दुखद बात यह है कि इस हमले में मारे गए युवक अविनाश एक छोटे बच्चे के पिता थे, जिसके सिर से अब पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है।
उस रात आखिर हुआ क्या था?
यह दिल दहला देने वाली घटना बुधवार देर रात फगवाड़ा के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक, हदियाबाद में हुई। पुलिस के मुताबिक, अविनाश अपने घर के पास एक जंज घर के पास बैठे हुए थे। तभी एक क्रेटा कार वहां आकर रुकी। कार से उतरे कुछ युवकों ने अविनाश से किसी बात पर बहस करनी शुरू कर दी। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, यह छोटी सी कहासुनी एक खूनी खेल में बदल गई। हमलावरों ने पिस्तौल निकाली और अविनाश पर गोली चला दी।
गोली लगते ही अविनाश वहीं गिर पड़े और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपनी कार में बैठकर आराम से फरार हो गए।
पुलिस के खौफ के बिना 'गन-राज'?
यह कोई पहली घटना नहीं है। फगवाड़ा पिछले कुछ समय से अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है। हैरान करने वाली बात यह है कि पिछले सिर्फ दो महीनों में गोलीबारी की यह छठी बड़ी घटना है।
अभी हफ्ता भर भी नहीं बीता जब आम आदमी पार्टी के नेता दलजीत राजू के घर पर 23 राउंड फायरिंग कर दहशत फैला दी गई थी। पुलिस अभी उस मामले के सुराग तलाश ही रही थी कि अविनाश की सरेआम हत्या ने शहर की कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों में डर और गुस्सा है कि आखिर शहर में पुलिस का खौफ खत्म क्यों होता जा रहा है।
फिलहाल, पुलिस ने अविनाश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। लेकिन शहर के लोग डरे हुए हैं और बस एक ही सवाल पूछ रहे हैं - आखिर फगवाड़ा में अगला कौन?
_1559593974_100x75.jpg)
_1611839010_100x75.jpg)

_334224204_100x75.jpg)
_1565262486_100x75.jpg)