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Up Kiran, Digital Desk: कोयंबटूर में एक युवती के साथ हुए गैंगरेप मामले में जो FIR दर्ज की गई है, वह किसी के भी दिल को दहला देने के लिए काफी है। FIR के पन्ने उस खौफनाक रात की कहानी बयां करते हैं, जिसमें शराब के नशे में धुत तीन दरिंदों, जिनमें दो सगे भाई थे, ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। यह सिर्फ एक रेप की घटना नहीं, बल्कि क्रूरता, हिंसा और इंसानियत की मौत की कहानी है।

FIR में पीड़िता द्वारा दर्ज कराए गए बयान के अनुसार, उस रात क्या हुआ था, यह जानना भी किसी बुरे सपने से कम नहीं है।

जब सुनसान सड़क पर शैतानों से हुआ सामना

घटना उस वक्त हुई जब 24 वर्षीय युवती अपने पुरुष मित्र के साथ दोपहिया वाहन पर घर लौट रही थी। वे लोग कोविपुदुर इलाके की एक सुनसान सड़क से गुजर रहे थे, तभी शराब के नशे में धुत तीन लोगों ने उनका रास्ता रोक लिया।

इन तीनों की पहचान मोहम्मद आशिक, मोहम्मद परवेश (आशिक का भाई) और मोहम्मद अकरम के रूप में हुई है।

बातचीत से शुरू हुई हैवानियत

शुरुआत में, उन्होंने युवती के दोस्त से बातचीत करने का नाटक किया। लेकिन कुछ ही देर में उनका असली और खौफनाक चेहरा सामने आ गया। उन्होंने अचानक युवती के दोस्त पर दरांती (sickle) से हमला कर दिया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया।

झाड़ियों में खींचकर बारी-बारी से किया रेप

अपने दोस्त को लहूलुहान देख युवती जब मदद के लिए चिल्लाने लगी, तो उन दरिंदों ने उसे पास की झाड़ियों में खींच लिया। FIR के अनुसार, युवती गिड़गिड़ाती रही, मदद के लिए चीखती रही, लेकिन उन पर कोई असर नहीं हुआ।

इसके बाद, उन तीनों ने बारी-बारी से युवती के साथ बलात्कार किया। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह लगातार मदद के लिए गुहार लगा रही थी, लेकिन उन तीनों ने उसकी एक नहीं सुनी और उसके साथ अपनी हैवानियत को अंजाम देते रहे।

सब कुछ लूटकर हुए फरार

इस जघन्य अपराध को अंजाम देने के बाद, आरोपी पीड़िता और उसके घायल दोस्त से 70,000 रुपये नकद और उनके दो मोबाइल