img

Up Kiran, Digital Desk: मथुरा के गोवर्धन थाना क्षेत्र स्थित देवसेरस गांव में गुरुवार सुबह मथुरा पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सर्च ऑपरेशन चलाया। यह अभियान पुलिस द्वारा स्थानीय अपराधियों की सक्रियता को खत्म करने और साइबर क्राइम को बढ़ावा देने वाले नेटवर्क को नष्ट करने के उद्देश्य से किया गया था। देवसेरस गांव को अब ‘मिनी जामताड़ा’ के रूप में जाना जाने लगा है, क्योंकि यहाँ के अपराधी साइबर धोखाधड़ी में माहिर हैं।

गांव में पुलिस का तगड़ा छापा, अपराधियों में अफरा-तफरी

जब पुलिस का काफिला गांव में दाखिल हुआ, तो वहां की गलियों में हड़कंप मच गया। सर्दी सुबह के बावजूद, पुलिस की अचानक कार्रवाई देख कई लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए। हालांकि, पुलिस ने तेजी से स्थिति को काबू कर लिया और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक जारी रखा। इस अभियान में कई थानों का पुलिस बल शामिल था, जो अपराधियों के संभावित ठिकानों पर सर्च कर रहा था।

गोपनीयता बनाए रखने के लिए उच्च अधिकारियों को रखा गया दूर

यह सर्च ऑपरेशन मथुरा पुलिस की विशेष रणनीति का हिस्सा था, जिसमें गोपनीयता बनाए रखना जरूरी था। पुलिस ने इलाके के थाना प्रमुख और क्षेत्रीय अधिकारी को इस ऑपरेशन से दूर रखा, ताकि कोई भी जानकारी लीक न हो सके और अपराधियों को भनक न लगे। यह कदम सुनिश्चित करता था कि ऑपरेशन की सफलता में कोई रुकावट न आए।

साइबर अपराध से जुड़ी जांच, कई गिरफ्तारी

सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इन लोगों से साइबर अपराध के बारे में गहन पूछताछ की जा रही है। माना जा रहा है कि ये लोग एक बड़े साइबर क्राइम नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। मथुरा पुलिस का यह कदम इस बात का संकेत है कि जिले में अब साइबर फ्रॉड जैसी गतिविधियों के खिलाफ शून्य सहनशीलता (Zero Tolerance) की नीति अपनाई जा रही है।