
Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से शुक्रवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। सैदपुर कस्बे में, चंदौली को जोड़ने वाले गंगा नदी पर बने रामकरण पुल से दो युवतियों ने अचानक नदी में छलांग लगा दी, जिससे आसपास हड़कंप मच गया। इस दर्दनाक घटना में एक युवती की डूबने से मौत हो गई, जबकि दूसरी को स्थानीय पुलिस और लोगों की मदद से बचा लिया गया।
इस पूरे बचाव कार्य में असली हीरो बनकर उभरे सैदपुर कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज पाण्डेय। उन्होंने न सिर्फ अपनी जान की परवाह किए बिना एक युवती की जान बचाई, बल्कि इंसानियत की एक बेमिसाल मिसाल भी पेश की।
जब दरोगा मनोज पाण्डेय बने 'फरिश्ता'
हुआ यूं कि जैसे ही युवतियों के कूदने की खबर मिली, स्थानीय नाविक और पुलिस मौके पर पहुंचे। नाविकों ने पहले एक युवती (चंचल यादव) को नदी से बाहर निकाला, लेकिन उसकी हालत देखकर लगा कि उसकी मौत हो चुकी है, इसलिए उसे किनारे रखकर वे दूसरी युवती (सोनी यादव) की तलाश में जुट गए।
इसी बीच चौकी इंचार्ज मनोज पाण्डेय वहां पहुंचे। उन्होंने किनारे पर पड़ी चंचल के शरीर में हल्की हरकत महसूस की। बिना एक पल गंवाए, उन्होंने ज़िन्दगी की जंग लड़ रही उस युवती को तुरंत अपनी गोद में उठाया और अस्पताल की ओर दौड़ पड़े। उनका लक्ष्य बस युवती को जल्द से जल्द मेडिकल मदद दिलवाना था। रास्ते में रेलवे क्रॉसिंग बंद मिली, लेकिन दरोगा जी रुके नहीं, उन्होंने फाटक के दूसरी ओर मौजूद पुलिसकर्मी को युवती को सौंपा और फौरन इलाज के लिए भिजवाया।
दरोगा मनोज पाण्डेय का युवती को गोद में उठाकर दौड़ते हुए अस्पताल ले जाने का यह वीडियो और तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। हर कोई उनके इस जज्बे, फुर्ती और इंसानियत की जमकर तारीफ कर रहा है। लोग उन्हें 'फरिश्ता' कह रहे हैं।
एक जिंदगी बुझ गई
उधर, दूसरी युवती सोनी यादव की तलाश जारी थी। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने सोनी के शव को नदी से बाहर निकाला। उसे भी सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका की पहचान चंदौली जिले के मोलनापुर गांव की 18 वर्षीय सोनी यादव के रूप में हुई है।
घर से पढ़ने का कहकर निकली थीं
जानकारी के मुताबिक, जान देने की कोशिश करने वाली दोनों युवतियां आपस में चचेरी बहनें थीं और चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के मोलना गांव की रहने वाली थीं। दोनों बीए प्रथम वर्ष की छात्रा थीं। वे शुक्रवार को घर से कॉलेज में पढ़ने जाने की बात कहकर निकली थीं, लेकिन पुल पर पहुंचकर उन्होंने यह खौफनाक कदम उठा लिया।
क्यों उठाया ऐसा कदम? जांच जारी
फिलहाल, बचाई गई युवती की हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर पढ़ने-लिखने वाली इन दो बहनों ने एक साथ आत्महत्या जैसा भयानक कदम क्यों उठाया? पुलिस उनके परिवार वालों और दोस्तों से पूछताछ कर इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश कर रही है।
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