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Up Kiran, Digital Desk: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारतीय नागरिकों के लिए अपने प्रसिद्ध 'गोल्डन वीज़ा' कार्यक्रम को और अधिक सुलभ बना दिया है, जिससे भारतीयों को 23 लाख रुपये की लागत पर यूएई में आजीवन निवास का अवसर मिल रहा है। यह पहल भारत-यूएई संबंधों को मजबूत करने और यूएई को वैश्विक प्रतिभाओं के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

गोल्डन वीज़ा क्या है?

गोल्डन वीज़ा एक दीर्घकालिक निवास वीज़ा है, जो निवेशकों, उद्यमियों, वैज्ञानिकों, पेशेवरों, असाधारण प्रतिभाओं और शोधकर्ताओं को यूएई में रहने, काम करने या अध्ययन करने की अनुमति देता है, बिना किसी स्थानीय स्पॉन्सर की आवश्यकता के। यह वीज़ा 5 या 10 साल के लिए जारी किया जाता है और कुछ शर्तों के तहत स्वतः नवीकरणीय होता है, जिससे यह व्यावहारिक रूप से 'आजीवन निवास' बन जाता है।

किसे मिलेगा लाभ और क्या हैं शर्तें?

मुख्य रूप से यह वीज़ा उन भारतीयों के लिए है जो यूएई में महत्वपूर्ण निवेश करते हैं (जैसे न्यूनतम 20 लाख दिरहम की संपत्ति खरीदना) या जिनके पास विशिष्ट कौशल और प्रतिभा है।

निवेशक: संपत्ति निवेश या व्यवसाय में निवेश।

 

उद्यमी: नवीन व्यावसायिक विचार या मौजूदा सफल व्यवसाय।

वैज्ञानिक और शोधकर्ता: विशेष क्षेत्रों में मान्यता प्राप्त योग्यता।

 

उत्कृष्ट छात्र: उच्च अकादमिक रिकॉर्ड वाले छात्र।

डॉक्टर, कलाकार, एथलीट, विशेष योग्यता वाले व्यक्ति: अपने क्षेत्र में असाधारण प्रतिभा।

क्या हैं लाभ? दीर्घकालिक निवास: 5 या 10 साल का वीज़ा जो नवीकरणीय है।

स्व-प्रायोजन: किसी कंपनी या व्यक्ति पर निर्भरता नहीं।

परिवार को शामिल करना: जीवनसाथी और बच्चों को भी वीज़ा मिलता है।

एंट्री वीज़ा में छूट: यूएई में आने-जाने की सुविधा।

 

वित्तीय स्वतंत्रता: यूएई में व्यापार और निवेश के अवसर।

स्थिरता और सुरक्षा: उच्च जीवन स्तर और सुरक्षित वातावरण।

आवेदन प्रक्रिया: आवेदन ऑनलाइन यूएई सरकार की संघीय पहचान और नागरिकता प्राधिकरण (ICA) की वेबसाइट या जनरल डायरेक्टरेट ऑफ रेजीडेंसी एंड फॉरेनर्स अफेयर्स (GDRFA) के माध्यम से किया जा सकता है। इसमें आवश्यक दस्तावेज जमा करना, शुल्क का भुगतान करना और संबंधित प्राधिकरणों द्वारा समीक्षा शामिल है।