
Up Kiran, Digital Desk: ऑनलाइन दवाइयों की आड़ में एक बेहद खतरनाक और जानलेवा खेल का पर्दाफाश हुआ है, जिसके तार सीधे भारत से जुड़े हैं। अमेरिका ने दो भारतीय नागरिकों - अर्पित गोयल और हर्षा मुड्डा - और उनकी ऑनलाइन फार्मेसी ErectionsIndia.com पर बेहद कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन पर आरोप है कि ये अपनी वेबसाइट के जरिए अमेरिका में नकली और फेंटानिल (Fentanyl) युक्त दवाओं की तस्करी कर रहे थे, जिसने अमेरिका में हजारों लोगों की जान ले ली है।
यह कार्रवाई अमेरिकी सरकार द्वारा वैश्विक अवैध दवा व्यापार नेटवर्क पर की जा रही सबसे बड़ी कार्रवाईयों में से एक है और इसने अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन फार्मेसी के काले कारोबार पर फिर से रोशनी डाली है।
क्या है फेंटानिल का यह 'जानलेवा' कारोबार?
फेंटानिल क्या है?: फेंटानिल एक सिंथेटिक ओपिओइड (synthetic opioid) है जो मॉर्फिन से 50 गुना और हेरोइन से 100 गुना अधिक शक्तिशाली है। इसकी सिर्फ थोड़ी सी मात्रा भी जानलेवा हो सकती है। अमेरिका इस समय एक गंभीर ओपिओइड संकट से जूझ रहा है, जहां हर साल फेंटानिल जैसी सिंथेटिक ओपिओइड के ओवरडोज से हजारों लोगों की मौत हो रही है।
कैसे करते थे तस्करी?: अर्पित गोयल और हर्षा मुड्डा पर आरोप है कि वे अपनी वेबसाइट ErectionsIndia.com के जरिए नियंत्रित पदार्थों जैसे ओपिओइड की नकली गोलियों का विज्ञापन करते थे। ये गोलियां दिखती तो असली थीं, लेकिन उनमें फेंटानिल जैसा घातक पदार्थ मिलाया जाता था। ये इन दवाओं को अमेरिका में ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए US मेल या कॉमन कैरियर्स का इस्तेमाल करते थे।
अमेरिका ने क्यों उठाया इतना बड़ा कदम?
अमेरिका के ट्रेजरी विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (OFAC) ने इन प्रतिबंधों को लागू किया है।
परिणाम क्या होगा?: इन प्रतिबंधों का मतलब है कि अमेरिका में अर्पित गोयल और हर्षा मुड्डा की सभी संपत्तियों को ब्लॉक कर दिया जाएगा। इसके अलावा, कोई भी अमेरिकी नागरिक या कंपनी इनके साथ किसी भी प्रकार का व्यापार या लेन-देन नहीं कर पाएगा। ऐसा करने वालों पर भी भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
ट्रेजरी विभाग के अंडर सेक्रेटरी ब्रायन ई. नेल्सन ने कहा, "हमारा ट्रेजरी विभाग फेंटानिल की अवैध सप्लाई चेन के हर सिरे पर हमला करने के लिए प्रतिबद्ध है। आज की यह कार्रवाई इस घातक जहर को अमेरिकी समुदायों से दूर रखने की हमारी लड़ाई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।"
यह मामला एक गंभीर चेतावनी है कि कैसे ऑनलाइन फार्मेसी की आड़ में अंतरराष्ट्रीय अपराधी मासूम लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं और यह भी दर्शाता कि अमेरिका इस खतरे से निपटने के लिए कितना गंभीर है, चाहे अपराधी दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हों।