
Up Kiran, Digital Desk: हाल ही में अमेरिकी सरकार द्वारा भारतीय आयातों पर लगाए गए टैरिफ (US Tariffs) को लेकर भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती पर S&P ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ का भारत की आर्थिक वृद्धि (India Economy Growth) या उसके संप्रभु रेटिंग आउटलुक (Sovereign Rating Outlook) पर कोई खास असर पड़ने की उम्मीद नहीं है। S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिति को 'सकारात्मक' (Positive Outlook) बताया है, जिससे देश के आर्थिक भविष्य को लेकर एक बड़ा आश्वासन मिला है।
भारत की आर्थिक मजबूती: टैरिफ के बावजूद 'सकारात्मक' तस्वीर
S&P ग्लोबल रेटिंग्स के एक प्रमुख विश्लेषण के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था व्यापार पर बहुत अधिक निर्भर नहीं है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका को निर्यात (Exports to US) भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का मात्र 2% है। यह दर्शाता है कि अमेरिकी टैरिफ का भारतीय अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रभाव सीमित रहेगा। इसके अतिरिक्त, जिन प्रमुख निर्यात क्षेत्रों, जैसे कि फार्मास्यूटिकल्स (Pharmaceuticals) और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स (Consumer Electronics), को अमेरिका में टैरिफ से छूट दी गई है, वे भारतीय निर्यात का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत के विकास दर के अनुमान को भी अपरिवर्तित रखते हुए चालू वित्तीय वर्ष के लिए 6.5% पर स्थिर रखा है। यह बताता है कि एजेंसी का मानना है कि भारत की घरेलू मांग (Domestic Demand) और निवेश (Investment) जैसे कारक, अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को काफी हद तक बेअसर कर देंगे। कई वैश्विक कंपनियां 'चाइना प्लस वन' (China Plus One) रणनीति के तहत भारत में निवेश कर रही हैं, मुख्य रूप से यहां के विशाल घरेलू बाजार का लाभ उठाने के लिए।
संप्रभु रेटिंग आउटलुक बरकरार: भारत की आर्थिक लचीलापन
अमेरिकी टैरिफ के बावजूद, S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की संप्रभु रेटिंग (Sovereign Rating) पर अपने 'सकारात्मक' आउटलुक को बनाए रखा है। यह भारत की मजबूत आर्थिक बुनियाद, बढ़ती घरेलू मांग और निवेश क्षमता में एजेंसी के विश्वास को दर्शाता है। भले ही वैश्विक व्यापार वातावरण अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया हो, S&P का यह आकलन भारत की आर्थिक लचीलापन (Economic Resilience) का प्रमाण है।
व्यापारिक निर्भरता कम, घरेलू मांग मजबूत:कुल मिलाकर, S&P ग्लोबल रेटिंग्स की यह रिपोर्ट भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह स्पष्ट करती है कि अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ, भारत की आर्थिक वृद्धि और उसके वैश्विक वित्तीय विश्वास पर महत्वपूर्ण नकारात्मक प्रभाव डालने की संभावना नहीं रखते हैं। भारत की अपेक्षाकृत कम व्यापार-निर्भरता और मजबूत घरेलू बाजार, इसे वैश्विक आर्थिक उतार-चढ़ावों के प्रति अधिक प्रतिरोधी बनाते हैं।
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