
Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका से एक बड़ी खबर आ रही है, जहाँ की सरकार पर 'तालाबंदी' (शटडाउन) का खतरा मंडरा रहा है। डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व वाली सरकार का कामकाज ठप हो सकता है, क्योंकि सरकारी कामकाज चलाने के लिए जरूरी फंड बिल पास नहीं हो पाया है।
पेंच कहाँ फंसा है: इसे आसान भाषा में समझते हैं। अमेरिका में सरकार चलाने के लिए संसद से एक बिल पास कराना होता है, जिससे सभी सरकारी विभागों को काम करने के लिए पैसा मिलता है। यह बिल ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी ने निचले सदन (House of Representatives) में तो पास करा लिया, जहाँ उनका बहुमत है।
लेकिन असली मुश्किल ऊपरी सदन (Senate) में आई, जहाँ विपक्षी डेमोक्रेट्स का दबदबा है। डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने इस बिल को सिरे से खारिज कर दिया और इसे रोक दिया।
शटडाउन का मतलब क्या है: अगर यह बिल पास नहीं होता है, तो आधी रात से अमेरिकी सरकार का शटडाउन शुरू हो जाएगा। इसका असर सीधा-सीधा अमेरिका के लाखों लोगों पर पड़ेगा:
कई जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सरकारी दफ्तरों पर ताले लग जाएँगे।
लाखों सरकारी कर्मचारियों को बिना सैलरी के घर बैठना पड़ेगा, जब तक कि यह संकट खत्म नहीं हो जाता।
इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है।
दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर देश को इस संकट में डालने का आरोप लगा रही हैं। रिपब्लिकन कह रहे हैं कि डेमोक्रेट्स जानबूझकर देश का कामकाज रोकना चाहते हैं, वहीं डेमोक्रेट्स का कहना है कि वे इस बिल की शर्तों से सहमत नहीं हैं।
अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या आखिरी कुछ घंटों में कोई चमत्कार होता है और दोनों पार्टियां किसी समझौते पर पहुंचती हैं, या फिर सुपरपावर अमेरिका पर 'तालाबंदी' का ताला लग जाएगा।