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मौसम विभाग के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने जानकारी दी है कि उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जैसे पहाड़ी जिलों में 21 और 22 अप्रैल को हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि, इसके बाद राज्य का अधिकांश हिस्सा शुष्क रहेगा और तापमान में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

डॉ. सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि ओलावृष्टि या भारी बारिश जैसी कोई चेतावनी फिलहाल जारी नहीं की गई है, जिससे स्थानीय लोग राहत की सांस ले सकते हैं। हालांकि, जिला प्रशासन और पुलिस विभाग सतर्क मोड में हैं और संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की जा चुकी है।

मैदानी इलाकों में बढ़ेगा तापमान

बीते कई दिनों में हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश, रुद्रपुर और काशीपुर जैसे मैदानी शहरों में तापमान में गिरावट के कारण गर्मी और उमस से लोगों को राहत मिली थी। लेकिन अब मौसम विभाग ने इन इलाकों में दिन और रात के तापमान में वृद्धि की आशंका जताई है।

राजधानी देहरादून में रविवार को अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक था। यह इस बात का संकेत है कि गर्मी ने एक बार फिर वापसी की है।

उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में अप्रैल और मई के बीच मौसम का बदलना सामान्य माना जाता है, लेकिन हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के कारण इन बदलावों में गड़बड़ी और तेजी आई है। अचानक तापमान का गिरना और बढ़ना न केवल खेती बल्कि स्वास्थ्य पर भी असर डालता है।

मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में उत्तर भारत में प्री-मानसूनी गतिविधियां शुरू हो सकती हैं, जिनके तहत हल्की आंधी और छिटपुट बारिश संभव है।