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Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली में हुए हालिया धमाके से जुड़े मामले में जांच एजेंसियों को उत्तराखंड से महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। एनआईए और यूपी एटीएस सहित कई एजेंसियां आतंकियों के नेटवर्क की जांच में लगी हैं। इस बीच, आरोपी डॉक्टर शाहीन और उसके कुछ करीबी उत्तराखंड में सक्रिय पाए गए हैं। यूपी एटीएस की टीम शाहीन के संपर्क में आए लोगों को पकड़ने के लिए राज्य में मौजूद है।

जांच के दौरान यह भी सामने आया कि शाहीन का धर्मांतरण से जुड़े नेटवर्क से भी संबंध है। देशभर की एजेंसियों ने उसके मोबाइल, सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप की बारीकी से जांच की। इसी दौरान पता चला कि शाहीन जिन लोगों से लगातार संपर्क में थी, उनमें से कुछ उत्तराखंड में छिपे हुए हैं। उत्तराखंड की सीमा उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से लगती है, जहां हाल ही में डॉ. अदील को श्रीनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसियां शाहीन की गतिविधियों और उसके संपर्कों का रिकॉर्ड इकट्ठा कर रही हैं। जल्द ही बड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।

प्लानिंग पहले से थी सामने
जांचकर्ताओं को दिल्ली ब्लास्ट के बाद से ही उत्तराखंड में संदिग्ध कनेक्शन का अंदेशा था। सहारनपुर में डॉ. अदील की गिरफ्तारी भी इसी सीमा से जुड़े सुरागों के कारण हुई थी। डॉ. शाहीन और उसके भाई डॉ. परवेज की गतिशीलता की निगरानी से पता चला कि वे लखनऊ से कानपुर तक कई बार साथ गए। परवेज अक्सर सहारनपुर में अपनी कार से अन्य शहरों में जाता था। सर्विलांस से मिली लोकेशन डेटा ने यह स्पष्ट किया कि दोनों भाई कहां-कहां मौजूद थे और किन सफरों में साथ रहे।

पिरान कलियर में सुरक्षा बढ़ाई गई
दिल्ली हमले के बाद उत्तराखंड के पिरान कलियर क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। यह स्थान पहले भी संदिग्ध गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा है। यहां लाखों श्रद्धालु आते हैं और पाकिस्तानी यात्रियों का आना-जाना भी होता है। कुछ असामाजिक तत्व इसका फायदा उठाने की कोशिश करते रहे हैं। केंद्रीय जांच एजेंसियां समय-समय पर यहां पहुंचकर संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी हैं। वर्तमान में पिरान कलियर को हाई अलर्ट पर रखा गया है।