img

Up Kiran, Digital Desk: बॉलीवुड की दुनिया में अक्सर कलाकारों के बयानों से गरमा-गरमी बनी रहती है। हाल ही में, अनुभवी अभिनेता वरुण बडोला ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। उनका कहना है कि अगर ब्लॉकबस्टर फिल्म 'सैयारा' में शाहरुख खान जैसे सुपरस्टार को भी लिया जाता, तो भी यह फिल्म फ्लॉप हो जाती। बडोला ने फिल्म की अप्रत्याशित सफलता का श्रेय इसके कंटेंट और अनूठे प्रचार को दिया, और साथ ही युवा अभिनेता अहान पांडे की स्टार पावर पर भी सवाल उठाए।

'सैयारा' का 'सरप्राइज' हिट और वरुण बडोला का दावा

हाल ही में आई फिल्म 'सैयारा' ने बॉक्स ऑफिस पर अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। बिना किसी बड़े सुपरस्टार के, फिल्म ने अपनी कहानी, संगीत और अनोखे प्रचार के दम पर ₹500 करोड़ से अधिक का आंकड़ा पार किया, जो कई स्थापित सितारों की फिल्मों के लिए भी एक चुनौती है।  इसी सफलता के बीच, 'सैयारा' से जुड़े अभिनेता वरुण बडोला ने एक इंटरव्यू में कहा कि इस फिल्म की सफलता इस बात का सबूत है कि 'स्टार पावर' ही सब कुछ नहीं होता। 

बडोला ने एक विवादित बयान देते हुए कहा, "अगर शाहरुख खान को 'सैयारा' में लिया जाता, तो यह फिल्म फ्लॉप हो जाती।"  उन्होंने आगे कहा कि इस फिल्म की सफलता के पीछे का कारण इसकी मौलिकता थी, और यह शायद ही किसी बड़े स्टार के साथ संभव हो पाती। उनके अनुसार, 'सैयारा' की कहानी और प्रस्तुति इतनी खास थी कि यह अपने दम पर चली, न कि किसी बड़े नाम के सहारे।

अहान पांडे की स्टार पावर पर भी उठाए सवाल

वरुण बडोला ने सिर्फ शाहरुख खान के बारे में ही नहीं, बल्कि अहान पांडे की स्टार पावर पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि 'जवान' जैसी फिल्म के लिए अहान पांडे में वह स्क्रीन प्रेजेंस (screen presence) नहीं है जो एक ब्लॉकबस्टर फिल्म को चलाने के लिए ज़रूरी होती है।  बडोला का यह बयान बॉलीवुड में 'कंटेंट वर्सेज स्टार पावर' की बहस को और तेज करता है, जहाँ कई लोग मानते हैं कि आज के दर्शक अच्छी कहानी को अधिक महत्व देते हैं, भले ही उसमें बड़े सितारे न हों। 

'सैयारा' का वायरल प्रचार और 'कंटेंट' का बोलबाला

'सैयारा' की सफलता को लेकर फिल्म के निर्देशक मोहित सूरी और प्रचार टीम की भी चर्चा हुई। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, फिल्म के प्रचार को लेकर थोड़ी अति हो गई थी, जैसे कि IV ड्रिप लगाकर प्रचार करना, जिस पर वरुण बडोला ने भी टिप्पणी की थी।  हालांकि, बडोला का मानना है कि केवल प्रचार से इतनी बड़ी सफलता नहीं मिल सकती; दर्शकों ने फिल्म देखी और उसे पसंद किया।सैयारा' की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि जब कहानी दमदार होती है, तो वह अपने दर्शकों को ढूंढ ही लेती है। 

बॉलीवुड की बदलती परिपाटी:वरुण बडोला के इस बयान ने निश्चित रूप से बॉलीवुड में एक नई चर्चा छेड़ दी है। क्या बड़े स्टार्स का होना अब भी फिल्म की सफलता की गारंटी है, या फिर कंटेंट-ड्रिवन सिनेमा ही भविष्य है? 'सैयारा' की मिसाल यह दर्शाती है कि एक मजबूत कहानी और प्रभावी प्रचार किसी भी फिल्म को सफल बना सकते हैं, चाहे उसमें कितने भी बड़े नाम हों।

--Advertisement--