
Up Kiran, Digital Desk: विकाराबाद जिले के तंदूर में स्थित एरिया अस्पताल से एक ऐसी कहानी सामने आई है, जो डॉक्टरों और नर्सों की मेहनत और लगन को दिखाती है। यहाँ के मेडिकल टीम ने एक महिला की जान बचाने में कामयाबी हासिल की है, और यह मामला इसलिए भी खास है क्योंकि यह महिला लगभग दो महीने तक वेंटिलेटर पर थी!
दो महीने तक ज़िंदगी और मौत के बीच जूझना, और वह भी मशीन के सहारे। यह महिला एक जानलेवा फेफड़ों के संक्रमण (severe lung infection) से जूझ रही थी। उसकी हालत इतनी ज़्यादा गंभीर थी कि उसे तुरंत वेंटिलेटर पर रखना पड़ा, जो सांस लेने में उसकी मदद कर रहा था।
तंदूर एरिया अस्पताल की टीम के लिए यह वाकई एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण केस था। ऐसे गंभीर मरीजों की देखभाल के लिए लगातार निगरानी, सही इलाज और बहुत धैर्य की ज़रूरत होती है। डॉक्टरों, नर्सों और सपोर्ट स्टाफ की दिन-रात की मेहनत और विशेषज्ञता ने मिलकर काम किया।
लगभग 60 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद, महिला की हालत में धीरे-धीरे सुधार होना शुरू हुआ। यह अस्पताल टीम के लिए एक बहुत बड़ी सफलता थी। उनकी लगन और सही इलाज का ही नतीजा था कि महिला ने संक्रमण से जंग जीत ली।
अब, अच्छी खबर यह है कि महिला की हालत स्थिर है और वह पूरी तरह से ठीक हो चुकी है। उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और वह अपने घर जा पाई है। यह सिर्फ एक मरीज का ठीक होना नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि छोटे या एरिया अस्पताल भी कितनी बेहतरीन सेवाएं दे सकते हैं, अगर वहाँ की टीम समर्पित और काबिल हो। तंदूर एरिया अस्पताल की टीम ने वाकई एक अद्भुत काम किया है!
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