
नालंदा जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत साठोपुर और देवीसराय गांव के ग्रामीणों का गुस्सा सोमवार को उस वक्त फूट पड़ा जब लगातार पांच दिनों से बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने साठोपुर पावर ग्रिड पहुंचकर जबरदस्त हंगामा किया और विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया।
जानें पूरा मामला
बीते हफ्ते तेज हवा और बारिश के चलते इन दोनों गांवों में पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। इससे पूरे इलाके की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। लगातार शिकायतों और अपीलों के बावजूद न तो मरम्मत का कोई काम शुरू हुआ और न ही कोई अधिकारी सुनवाई के लिए पहुंचा।
बिजली कटौती से गांव में स्थिति बहुत खराब
स्थानीय ग्रामीण विमल पासवान, सुबोध कुमार और शंकर कुमार ने बताया कि न बिजली है, न पानी। बच्चों और बुजुर्गों की हालत खराब हो गई है। स्कूल जाने वाले बच्चे पढ़ नहीं पा रहे और पीने के पानी के लिए भी लोग परेशान हैं।
प्रदर्शन के दौरान कुछ उग्र लोगों ने दूसरे इलाकों की सप्लाई भी बंद करवा दी ये कहते हुए कि जब हमारे गांव में बिजली नहीं है, तो किसी और को भी नहीं मिलेगी। स्थिति ऐसी हो गई कि बिजली विभाग के कर्मचारियों को ग्रिड स्टेशन छोड़कर भागना पड़ा। मौके पर गाली-गलौज और धमकी जैसी घटनाएं भी देखने को मिलीं।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर संभाला मोर्चा
दीपनगर थानाध्यक्ष जितेंद्र राम और एसआई रोशन कुमार पुलिस बल के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाकर हालात काबू में किए।
प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया है कि प्रभावित गांवों में युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य जारी है और जल्द ही बिजली बहाल कर दी जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है। हर बार बारिश या तूफान में बिजली खंभे गिरते हैं और मरम्मत में कई दिन लग जाते हैं।