Up Kiran, Digital Desk: शेयर बाजार में आज टेलीकॉम सेक्टर की struggling कंपनी, वोडाफोन आइडिया (VI) के निवेशकों की किस्मत चमक गई। कंपनी का शेयर रॉकेट की तरह भागा और उसने अपना नया 52-हफ्ते का हाई बना लिया, यानी यह पिछले एक साल में अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया।
आखिर ऐसा क्या हुआ कि डूबती नाव चल पड़ी?
इस जबरदस्त तेजी के पीछे एक बहुत बड़ी वजह है - सुप्रीम कोर्ट का एक अहम फैसला। चलिए, इसे आसान भाषा में समझते हैं।
वोडाफोन आइडिया पर सरकार का हजारों करोड़ रुपये का बकाया था, जिसे AGR (Adjusted Gross Revenue) ड्यूज कहते हैं। यह बकाया इतना ज्यादा था कि कंपनी लगभग डूबने की कगार पर पहुंच गई थी। कंपनी ने सरकार से इस बकाए की रकम में कुछ राहत देने की गुहार लगाई थी।
आज, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को यह इजाजत दे दी है कि वह वोडाफोन आइडिया के AGR बकाए की रकम पर फिर से विचार कर सकती है।
इस फैसले का मतलब क्या है: इस फैसले का सीधा सा मतलब है कि अब सरकार के लिए कंपनी को कुछ राहत देने का रास्ता खुल गया है। बाजार में यह उम्मीद जगी है कि सरकार कंपनी के ऊपर लदे इस भारी-भरकम कर्ज के बोझ को कम कर सकती है। अगर ऐसा होता है, तो यह वोडाफोन आइडिया के लिए एक "संजीवनी बूटी" की तरह होगा, और कंपनी को दोबारा अपने पैरों पर खड़ा होने का मौका मिल जाएगा।
इसी पॉजिटिव खबर के आते ही, निवेशकों ने जमकर वोडाफोन आइडिया के शेयर खरीदने शुरू कर दिए, जिससे शेयर की कीमत आसमान छूने लगी।

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