Up Kiran, Digital Desk: हर शख्स का सपना होता है कि उसका घर शांति, समृद्धि और सुख से भरा हो, मगर कभी-कभी वास्तु दोषों की वजह से जीवन में तनाव, परेशानियां और असंतुलन आ जाते हैं। ये दोष अक्सर छोटे संकेतों के रूप में प्रकट होते हैं, जैसे काम में रुकावटें, घर में मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं। ऐसे में वास्तु शास्त्र के कुछ सरल और प्रभावी उपाय अपनाकर न सिर्फ घर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है, बल्कि जीवन में भी संतुलन और शांति लाई जा सकती है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही आसान उपाय जो घर में खुशहाली बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं।
1. मुख्य द्वार पर तुलसी का पौधा लगाएं
वास्तु शास्त्र में मुख्य द्वार पर तुलसी का पौधा रखने को अत्यधिक शुभ माना जाता है। यह न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, बल्कि नकारात्मक शक्तियों और वास्तु दोषों को भी दूर करता है। तुलसी को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और यह घर में प्रेम, समृद्धि और सामंजस्य को आकर्षित करता है। तुलसी का पौधा हमेशा घर के मुख्य द्वार के पास, विशेष रूप से पूर्व दिशा में रखा जाना चाहिए।
2. सोने की दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सोने की दिशा का हमारे जीवन और स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। उत्तर दिशा की ओर सिर करके सोना नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे नींद में बाधा, मानसिक तनाव और थकावट हो सकती है। उत्तर दिशा पृथ्वी का ध्रुवीय क्षेत्र मानी जाती है, जहां स्थिर और भारी ऊर्जा होती है, जिससे शरीर की ऊर्जा के साथ टकराव हो सकता है। इसलिए, सिर को दक्षिण या पूर्व दिशा में रखकर सोना अधिक फायदेमंद होता है।
3. खिड़कियों की दिशा
घर की खिड़कियों की दिशा भी घर की ऊर्जा और खुशहाली पर प्रभाव डालती है। दक्षिण और पश्चिम दिशा की खिड़कियां घर में समृद्धि और सुरक्षा लाने में मदद करती हैं। दक्षिण दिशा की खिड़कियां गर्मी और रोशनी को नियंत्रित करती हैं, जबकि पश्चिम दिशा की खिड़कियां घर में स्थिरता और सफलता लाने में सहायक होती हैं। ये दिशा सूर्यास्त की ऊर्जा को अंदर लाती है, जिससे घर में संतुलन और सकारात्मकता बढ़ती है।
4. घड़ी की दिशा
वास्तु शास्त्र में घड़ी की दिशा को भी बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। घड़ी का सही दिशा में होना घर में ऊर्जा के सही प्रवाह को सुनिश्चित करता है। पश्चिम और उत्तर दिशा में घड़ी लगाना शुभ माना जाता है। उत्तर दिशा में घड़ी लगाने से समय का सही उपयोग होता है और वित्तीय स्थिति में सुधार आता है, वहीं पश्चिम दिशा में घड़ी से घर में संतुलन और शांति बनी रहती है। यह दिशा घर के वातावरण को सकारात्मक बनाती है।
5. फर्नीचर की दिशा
घर और ऑफिस में फर्नीचर का सही दिशा में रखा जाना बहुत आवश्यक है। यह न केवल घर की ऊर्जा को प्रभावित करता है, बल्कि परिवार के स्वास्थ्य और समृद्धि पर भी असर डालता है। दक्षिण-पश्चिम दिशा में भारी फर्नीचर जैसे अलमारी, सोफा या पलंग रखना सबसे लाभकारी होता है। इस दिशा में फर्नीचर रखने से घर में स्थिरता, सुरक्षा और मानसिक शांति आती है। इससे परिवार के सदस्य मानसिक और वित्तीय दृष्टि से स्थिर रहते हैं और घर का वातावरण सुखमय होता है।
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