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पीओके यानि गुलाम कश्मीर में पाकिस्तानी सरकार के अत्याचारों के खिलाफ लोग एकजुट हैं। भारी जनाक्रोश भड़कने के बाद पीओके में युद्ध जैसा माहौल बन गया है। पाकिस्तानी अत्याचारों के खिलाफ शुक्रवार को यहां भारी तादाद में कश्मीरी सड़कों पर उतर आए। सुरक्षा बलों ने जनता के विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया। यह बात भी सामने आई है कि पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की।

पाकिस्तान सरकार द्वारा करों में बढ़ोतरी के खिलाफ लोगों ने 11 मई को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। उसके लिए प्लानिंग की जा रही थी। इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने अतिरिक्त सुरक्षा बलों को बुलाया और लोगों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया। इससे लोग नाराज हो गये।

मीरपुर जिले में बिना किसी गिरफ्तारी वारंट के 70 लोगों को अरेस्ट किया गया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया। कई जगहों पर सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं। एनआईए की रिपोर्ट के मुताबिक इस इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पाकिस्तान में प्रदर्शनकारियों की आवाज को दबाने के लिए हिंसा का इस्तेमाल किया जा रहा है।

बता दें कि पीओके की सबसे बड़ी पार्टी यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी ने गिरफ्तारियों पर सवाल उठाए। पुलिस और सेना मिलकर लोगों पर लाठियां बरसा रही है। उन्होंने मांग की है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठन को इन घटनाओं पर संज्ञान लेना चाहिए।

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