terrorist killed: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में दो दिनों तक चलाए गए ऑपरेशनों के दौरान सेना ने कम से कम 22 दहशतगर्दों को मार गिराया, जबकि छह सैनिकों की जान चली गई।
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने खुलासा किया कि 6-7 दिसंबर को टैंक, उत्तरी वजीरिस्तान और थल जिलों में खुफिया-आधारित ऑपरेशन (आईबीओ) हुए। टैंक में गुल इमाम क्षेत्र में एक प्रभावी हमले में नौ आतंकी मारे गए और छह घायल हो गए।
उत्तरी वजीरिस्तान में दस दहशतगर्दों को सफलतापूर्वक मार गिराया गया। तो वहीं थल में सुरक्षा बलों ने एक चौकी पर हमले को नाकाम कर दिया, जिसमें तीन हमलावर मारे गए। भारी गोलीबारी के दौरान छह सैनिक मारे गए। इन घटनाओं के बाद, क्षेत्र में एक तलाशी अभियान शुरू किया गया।
पाकिस्तान में हाल ही में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) जैसे समूहों द्वारा संचालित आतंकवादी हिंसा में वृद्धि ने सुरक्षा बलों को अपने आतंकवाद विरोधी प्रयासों को तेज करने के लिए प्रेरित किया है। सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (सीआरएसएस) की एक रिपोर्ट ने 2024 की तीसरी तिमाही के दौरान आतंकवादी हिंसा में तेज वृद्धि को उजागर किया, जिसमें पिछली अवधि की तुलना में मौतों में 90% की वृद्धि हुई। खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में इन मौतों और हमलों में से अधिकांश का श्रेय जाता है।
आपोक बता दें कि 2024 की पहली तीन तिमाहियों में मौतों की संख्या पहले ही 2023 की कुल मौतों को पार कर चुकी है, जो एक चिंताजनक प्रवृत्ति का संकेत है। आतंकवादी समूह भी कथित तौर पर फिर से संगठित होने और अपनी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं।
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