
पटना: बिहार में गुरुवार को मौसम ने अचानक रौद्र रूप धारण कर लिया, जिससे कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तेज हवाएं, गरज-चमक और बारिश के साथ हुए वज्रपात ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी नुकसान पहुंचाया है। प्राकृतिक आपदा में अब तक 24 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
राजधानी पटना समेत भोजपुर, बक्सर, सासाराम, सीवान, कैमूर, दरभंगा, मधुबनी, सहरसा, शिवहर, सीतामढ़ी और अररिया सहित कई जिलों में तेज आंधी और बारिश ने तबाही मचाई। करीब 60 से 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभों को गिरा दिया। इसके चलते कई जगहों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई और सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ।
सीवान में दो युवकों की मौत
सीवान जिले के दरौंदा और महाराजगंज थाना क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से दो युवकों की जान चली गई। दोनों युवक खेत से लौटते समय इस हादसे का शिकार हो गए। वहीं मधुबनी, शिवहर, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में ओलावृष्टि के कारण रबी फसलों को भारी क्षति पहुंची है।
किसानों की मेहनत पर पानी फिरा
मधुबनी और बेतिया में बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में तैयार खड़ी गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। खेतों में काटकर रखी गई फसल भीगने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है। वहीं, शहरी इलाकों में जलजमाव ने लोगों की दिनचर्या पर असर डाला।
कैमूर में उड़े टिन शेड
कैमूर जिले में तेज हवाओं के कारण कई जगहों पर टिन की छतें उड़ गईं और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आईं। इससे शहरों में बिजली आपूर्ति घंटों तक ठप रही। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी मौसम खराब रहने की चेतावनी दी है, जिससे किसानों और आम लोगों की चिंता बढ़ गई है।
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