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Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एक बार फिर दोहराया है कि किसानों का कल्याण उनकी सरकार की सबसे बड़ी और सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस सरकार अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसानों के हित में हर संभव कदम उठाएगी।

मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि 'रायथु भरोसा' योजना के तहत किसानों और पट्टेदारों (किरायेदार किसानों) दोनों को प्रति एकड़ 15,000 रुपये प्रति वर्ष की वित्तीय सहायता दी जा रही है। उन्होंने यह भी दोहराया कि सरकार जल्द ही 45 लाख किसानों के 2 लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करेगी, जैसा कि चुनाव से पहले वादा किया गया था।

रेवंत रेड्डी ने पिछली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार पर किसानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में किसानों को सूखे और बिजली की कमी जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि सत्ता में आने के शुरुआती दिनों में कुछ इलाकों में 24 घंटे मुफ्त बिजली की आपूर्ति में कुछ दिक्कतें थीं, लेकिन अब उनकी सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी किसानों को पर्याप्त बिजली मिले, खासकर जब पानी की उपलब्धता अच्छी हो।

धान खरीद के मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री ने अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसानों द्वारा उगाया गया एक-एक दाना खरीदा जाए। उन्होंने पिछली सरकार पर पर्याप्त धान न खरीदने का आरोप लगाया, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ था। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने गोदावरी और कृष्णा नदियों के पानी का अधिकतम उपयोग कर तेलंगाना के किसानों को साल में दो फसलें उगाने के लिए पर्याप्त सिंचाई सुविधाएँ प्रदान करने का भी वादा किया।

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राज्य में किसानों के मुद्दों को लेकर राजनीतिक बहस तेज है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस सरकार किसानों की चिंताओं को दूर करने और उन्हें एक बेहतर भविष्य देने के लिए प्रतिबद्ध है।

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