
हवाई जहाज जब किसी आपात स्थिति में होता है तो पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के बीच खास कोड्स के जरिए संपर्क होता है। आमतौर पर "Mayday" शब्द सबसे ज्यादा जाना-पहचाना इमरजेंसी कोड है, लेकिन इसके अलावा भी कुछ कोड्स होते हैं जो अलग-अलग स्थितियों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
1. Mayday:
जब फ्लाइट को बहुत गंभीर खतरा हो – जैसे इंजन फेल होना, आग लगना या क्रैश लैंडिंग की स्थिति – तो पायलट तीन बार “Mayday-Mayday-Mayday” कहकर रेडियो पर संदेश भेजते हैं। इसका मतलब होता है कि जान का खतरा है और तुरंत मदद चाहिए।
2. Pan-Pan:
अगर स्थिति गंभीर हो लेकिन जान का खतरा नहीं हो, तो “Pan-Pan” कोड का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे अगर तकनीकी खराबी हो, लेकिन प्लेन अभी सुरक्षित उड़ान भर रहा हो, तो पायलट तीन बार “Pan-Pan-Pan” कहकर ATC को सतर्क करते हैं।
3. स्क्वॉक कोड (Transponder Code):
पायलट आपात स्थिति में अपने ट्रांसपोंडर (एक विशेष डिवाइस जो ATC से जुड़ा होता है) में एक खास कोड डालते हैं:
7500: जब प्लेन को हाईजैक कर लिया गया हो।
7600: जब रेडियो फेल हो गया हो और पायलट ATC से संपर्क नहीं कर पा रहे हों।
7700: किसी भी सामान्य आपात स्थिति के लिए – जैसे तकनीकी खराबी, मेडिकल इमरजेंसी आदि।
जब पायलट ट्रांसपोंडर में ये कोड डालते हैं, तो ATC के रडार पर फ्लाइट की स्थिति तुरंत फ्लैग हो जाती है और ज़रूरी सुरक्षा और सहायता की व्यवस्था शुरू हो जाती है।
हाइजैक की सूचना कैसे दी जाती है?
हाइजैक की स्थिति में पायलट आमतौर पर कोड 7500 डालते हैं और हो सके तो चुपचाप या संकेतों के जरिए ATC को सूचित करते हैं। कभी-कभी पायलट जानबूझकर गलत जवाब देकर भी संकेत देते हैं कि प्लेन खतरे में है।
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