Up Kiran, Digital Desk: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA), जहाँ हर देश का प्रतिनिधि अपने देश की बात रखने आता है, जहाँ हर शब्द तौलकर और सोच-समझकर बोला जाता है। अब कल्पना कीजिए कि उसी मंच पर कोई बड़ा मंत्री बोलते-बोलते कुछ ऐसा कह जाए, जो न सिर्फ अटपटा हो, बल्कि जिसका कोई सर-पैर ही न हो।
ऐसा ही कुछ हुआ है पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के साथ, और अब उनका यह भाषण सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
आखिर हुआ क्या था: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ संयुक्त राष्ट्र में भाषण दे रहे थे। पहले तो उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे गंभीर और आधुनिक विषय पर बोलना शुरू किया। सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन फिर अचानक, बिना किसी तालमेल के, उन्होंने अपनी बात को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जोड़ दिया।
यह जुड़ाव इतना अजीबोगरीब था कि सुनने वाले हैरान रह गए।
उन्होंने कुछ ऐसा कहा, "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल... जैसा कि कल पहलगाम में भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा किया गया हमला.
उनकी ज़ुबान लड़खड़ाई और वे दो अलग-अलग और पूरी तरह से असंबंधित बातों को एक ही सांस में बोल गए। एक तरफ AI जैसी टेक्नोलॉजी की बात, और दूसरी तरफ भारत पर एक गंभीर और बेबुनियाद आरोप लगाना, वो भी एक लड़खड़ाती हुई ज़ुबान से।
क्यों बन गया यह मज़ाक का विषय?
यह सिर्फ एक ज़ुबान फिसलने का मामला नहीं है। दुनिया के इतने बड़े मंच पर, जहाँ हर देश आपकी तरफ देख रहा हो, वहां इस तरह की चूक आपकी और आपके देश की गंभीरता पर बड़े सवाल खड़े करती है।
बात का कोई लॉजिक नहीं: AI का आतंकी हमले से इस तरह सीधे-सीधे जुड़ना पूरी तरह से अतार्किक था।
गंभीर आरोप, हल्का अंदाज़: भारत पर आतंकी हमला करवाने जैसा संगीन आरोप लगाने के लिए जिस गंभीरता और सबूतों की ज़रूरत होती है, वह उनके लड़खड़ाते शब्दों से कोसों दूर थी।
इस घटना के तुरंत बाद, सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल हो गया और लोगों उनकी खूब खिल्ली उड़ाई। कई लोगों ने इसे पाकिस्तान के लिए एक "कूटनीतिक शर्मिंदगी" बताया। यह घटना एक उदाहरण बन गई है कि कैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक छोटी सी गलती भी आपके देश की छवि को बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है।


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