village safety: तेलंगाना के जगतियाल जिले के चार गांवों में इन दिनों भय का माहौल है। रात में सो पाना भी मुश्किल हो गया है, क्योंकि गांव के आसपास बाघ की गतिविधियों ने लोगों में आतंक फैला दिया है। ये चिंता का विषय तब और बढ़ गया जब यह पता चला कि तीन दशकों के बाद इस क्षेत्र में बाघ देखे गए हैं। ग्राम पंचायत ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अकेले खेतों में न जाएं, क्योंकि बाघ के हमले की आशंका है।
गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। इसमें कोंडापुर, बोललेमचेरुवु, दमय्यापेटा, रामकृष्णपुर, नल्लागोंडा और सुरमपेटा शामिल हैं। स्थानीय वन अफसरों ने भी सावधानी बरतने की सलाह दी है और कहा है कि ग्रामीण शाम पांच बजे तक अपने घरों में लौट जाएं।
24 जनवरी को कोंडापुर गांव के एक किसान ने मीडिया को बताया कि बाघ ने उनके घर के पास बंधी गाय का शिकार किया। वन अफसरों ने इस बात की पुष्टि की है कि बाघ ने गाय की गर्दन पर हमला किया था। एक कैमरा ट्रैप रिकॉर्डिंग ने भी इस बात की पुष्टि की है कि यह एक बाघ था। अफसरों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि यदि कोई बाघ उनके मवेशियों का शिकार करता है, तो उन्हें नियमों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन उन्हें बाघ को नुकसान पहुंचाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।