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Up Kiran, Digital Desk: सरकारी नौकरी मिलना किसी भी युवा के लिए एक बहुत बड़ा सपना होता है, और जब नियुक्ति पत्र हाथ में आता है, तो वह पल यादगार बन जाता है। इसी यादगार पल को और भी खास बनाने के लिए केंद्र सरकार 'रोजगार मेला' आयोजित कर रही है। ऐसे ही एक रोजगार मेले में, केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली को लेकर एक ऐसी बात कही, जो हर किसी का दिल जीत रही है।

"पहले सिर्फ बड़े अफसरों को मिलती थी तवज्जो"

हुबली में आयोजित एक रोजगार मेले में नए नियुक्त हुए युवाओं को संबोधित करते हुए, प्रल्हाद जोशी ने पुरानी सरकारों पर तंज कसते हुए कहा, "पहले की सरकारें सिर्फ ग्रुप 'ए' और ग्रुप 'बी' के बड़े अधिकारियों को ही महत्व देती थीं। निचले स्तर के कर्मचारियों, जैसे ग्रुप 'डी' के कर्मचारियों, की कोई परवाह नहीं करता था। लेकिन जब से प्रधानमंत्री मोदी आए हैं, यह सोच पूरी तरह से बदल गई है।"

PM मोदी से मिली सबसे बड़ी सीख

प्रल्हाद जोशी ने प्रधानमंत्री मोदी से मिली प्रेरणा का जिक्र करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी ने हमें सिखाया है कि संगठन में हर कर्मचारी का सम्मान होना चाहिए, चाहे उसका पद कोई भी हो। हमने खुद देखा है कि प्रधानमंत्री जी कैसे ग्रुप 'डी' के कर्मचारियों से भी मिलते हैं, उनका हाल-चाल पूछते हैं और उन्हें उतना ही सम्मान देते हैं जितना किसी बड़े सचिव को देते हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "यही वो प्रेरणा है जिसके कारण आज सरकार का हर मंत्री और हर विभाग, हर स्तर के कर्मचारी को महत्व देता है। हमने यह संस्कृति प्रधानमंत्री मोदी से सीखी है।"

उनका यह बयान सिर्फ एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं है, बल्कि यह उस नई कार्य-संस्कृति की ओर इशारा करता है, जहाँ पद से ज़्यादा व्यक्ति के काम और उसके योगदान को महत्व दिया जाता है। यह उन लाखों युवाओं के लिए एक बड़ा संदेश है जो सरकारी नौकरी में आकर देश की सेवा करना चाहते हैं कि अब उनके काम को हर स्तर पर पहचान और सम्मान मिलेगा।