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Up Kiran, Digital Desk: क्या आप जानते हैं कि सावन का महीना क्यों माना जाता है सनातन धर्म में इतना खास और पवित्र? यह समय पूरी तरह से भगवान शिव की पूजा और भक्ति के लिए समर्पित होता है। इस बार सावन का आगाज 11 जुलाई से हो रहा है, जो भक्तों के लिए आध्यात्मिक शांति और समृद्धि का संदेश लेकर आता है। धार्मिक दृष्टिकोण से, सावन के महीने में भोलेनाथ की पूजा अर्चना का विशेष महत्व होता है और इसे पूर्ण श्रद्धा के साथ करने पर जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, सावन की शुरुआत ‘उदया तिथि’ से होती है, इसलिए इस वर्ष श्रावण मास की प्रतिपदा 11 जुलाई की सुबह 2:06 बजे से शुरू होकर 12 जुलाई की सुबह 2:08 बजे तक चलेगी। सावन मास में सोमवार का अपना अलग ही महत्व है, क्योंकि ये दिन भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दिन के व्रत-पूजा से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
इस सावन में कुल चार सोमवार पड़ेंगे, जिनकी तिथियां इस प्रकार हैं:
पहला सोमवार: 14 जुलाई
दूसरा सोमवार: 21 जुलाई
तीसरा सोमवार: 28 जुलाई
चौथा सोमवार: 4 अगस्त
सावन मास की समाप्ति 9 अगस्त को सावन पूर्णिमा के साथ होगी।
अब सवाल उठता है, सावन के पहले सोमवार का दिन कैसे खास होता है? ज्योतिषाचार्य पंडित विकास शास्त्री बताते हैं कि इस दिन छह महत्वपूर्ण योग बनेंगे, जो हर दिन के लिए स्वयंसिद्ध शुभ मुहूर्त लेकर आते हैं। सावन के पहले सोमवार यानी 14 जुलाई को प्रीति योग से शुरुआत होगी, जो सुबह 10 बजे से रात 10:30 बजे तक रहेगा। इसके बाद आयुष्मान, सुकर्मा, शोभन, सर्वार्थसिद्धि और शिव योग क्रमवार दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक बनेंगे।
इन योगों के बीच विशेष समय इस प्रकार है:
आयुष्मान योग: 12:18 बजे से 1:51 बजे तक
सुकर्मा योग: 1:43 बजे से 2:33 बजे तक
शोभन और सर्वार्थसिद्धि योग: 2:37 बजे से 4:58 बजे तक
शिव योग: 5:19 बजे से 7:11 बजे तक
इन शुभ योगों में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को अपार लाभ और आशीर्वाद मिलता है।
पूजा के दौरान भक्त उपवास रखते हैं और शिवलिंग पर गंगाजल, कच्चा दूध, बेलपत्र, चंदन, पुष्प तथा अक्षत अर्पित करते हैं। इसके बाद जलाभिषेक के साथ पूरे मन से आरती की जाती है और मंत्रों का जाप किया जाता है। इस दिन की खास बात यह है कि सावन सोमवार के व्रत से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। अंत में क्षमा प्रार्थना करना भी परंपरा में शामिल है।
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