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Up Kiran, Digital Desk: करवा चौथ सिर्फ एक व्रत नहीं है, बल्कि यह पति-पत्नी के रिश्ते में विश्वास और समर्पण का प्रतीक बन चुका है। इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जल उपवास रखती हैं और रात को चांद देखने के बाद ही व्रत खोलती हैं।
उत्तरी और पश्चिमी भारत में यह पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। परंपरा के अनुसार, विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखद जीवन की कामना करती हैं। इस खास दिन पर महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं, पारंपरिक परिधान पहनती हैं और घर को सजाती हैं।
करवा चौथ 2025 भारत में कब है?
तारीख: शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025
व्रत समय: सुबह 6:19 बजे से रात 8:13 बजे तक
चंद्रोदय: रात 8:13 बजे
विदेशों में करवा चौथ 2025: तारीखें और समय
अमेरिका (न्यूयॉर्क)
तारीख: गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025
उपवास का समय: सुबह 7:01 बजे से शाम 7:42 बजे तक
चंद्रोदय: शाम 7:42 बजे
पूजा मुहूर्त: शाम 6:25 से 7:40 तक
यूके (लंदन)
तारीख: गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025
उपवास का समय: सुबह 7:15 बजे से शाम 6:54 बजे तक
चंद्रोदय: शाम 6:54 बजे
पूजा मुहूर्त: शाम 6:20 से 7:37 तक
कनाडा (टोरंटो)
तारीख: गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025
उपवास का समय: सुबह 7:25 बजे से शाम 7:54 बजे तक
चंद्रोदय: शाम 7:54 बजे
पूजा मुहूर्त: शाम 6:44 से रात 8:00 बजे तक
क्यों होता है चंद्रमा का इतना महत्व?
करवा चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देना परंपरा का सबसे अहम हिस्सा है। चंद्रमा को शांत, सौम्य और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि चंद्रमा को देखने के बाद ही व्रत सफल होता है और महिलाएं तब ही पानी पीती हैं।