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Up Kiran, Digital Desk: एशिया कप में भारतीय महिला हॉकी टीम का अजेय रहने का सिलसिला मेजबान चीन के हाथों टूट गया। गुरुवार को खेले गए सुपर 4 के एक अहम मुकाबले में चीन ने भारत को 4-1 से करारी शिकस्त दी। यह इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम की पहली हार है, जिसने फाइनल तक पहुंचने की राह को थोड़ा मुश्किल बना दिया है।

खराब फिनिशिंग बनी हार की वजह

इस मैच में भारतीय टीम ने मौके तो कई बनाए, लेकिन उन्हें गोल में बदलने में पूरी तरह नाकाम रही। टीम की खराब फिनिशिंग का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत को मिले तीन पेनल्टी कॉर्नर में से वह एक को भी गोल में नहीं बदल सकी।

भारत की तरफ से एकमात्र गोल 38वें मिनट में मुमताज खान ने किया। वहीं, मेजबान चीन शुरू से ही हावी रहा और उनकी तरफ से जोउ मेइरोंग (दो गोल), चेन यांग और टैन जिझुआंग ने गोल दागे।

अब जापान से होगी टक्कर

यह हार भारत के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि टीम पूल स्टेज में एक भी मैच नहीं हारी थी और सुपर 4 के अपने पहले मैच में भी कोरिया को 4-2 से हराया था। अब फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए भारत को शुक्रवार को जापान के खिलाफ होने वाले अपने अगले मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी।

अगर भारत यह मैच जीत जाता है, तो 14 सितंबर को होने वाले फाइनल में उसका सामना एक बार फिर मेजबान चीन से हो सकता है।

यह टूर्नामेंट इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि जो भी टीम एशिया कप का खिताब जीतेगी, उसे 2026 में बेल्जियम और नीदरलैंड्स में होने वाले महिला हॉकी वर्ल्ड कप के लिए सीधा टिकट मिल जाएगा।

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