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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के गांगनोली गांव में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने इलाके में दहशत फैला दी है। मस्जिद से जुड़े मदरसे में पढ़ने वाले दो नाबालिग छात्रों ने अपने ही शिक्षक मौलाना इब्राहिम के परिवार को मौत के घाट उतार दिया। वारदात में मौलाना की पत्नी और दो मासूम बेटियां बेरहमी से मारी गईं।
पुलिस ने इस ट्रिपल मर्डर केस का खुलासा महज 6 घंटे में कर दिया, जिससे प्रशासन की तत्परता की भी चर्चा हो रही है।
जांच में चौंकाने वाले खुलासे, हथौड़ा और छुरी से दिया गया हत्याकांड को अंजाम
शनिवार को मस्जिद के ऊपरी हिस्से में बने कमरे से तीन लाशें बरामद हुई थीं। ये शव मौलाना की पत्नी और दो बेटियों के थे। मौलाना खुद उस समय मस्जिद में मौजूद नहीं थे।
एसपी सूरज कुमार राय ने जानकारी दी कि हत्या की साजिश को अंजाम देने वाले दोनों नाबालिग छात्र मौलाना के ही मदरसे में पढ़ते थे। पुलिस ने सात टीमों का गठन कर मात्र 6 घंटे में आरोपियों को पकड़ लिया और उनकी निशानदेही पर हथियार (हथौड़ा और छुरी) भी बरामद कर लिए हैं।
क्या तालीम की आड़ में हो रहा शोषण? नाबालिगों ने किया चौंकाने वाला दावा
पुलिस पूछताछ में दोनों छात्रों ने जो बताया, वह और भी चौंकाने वाला है। उनका आरोप है कि मौलाना उनके साथ बुरा बर्ताव करता था, मारपीट करता और जबरदस्ती काम करवाता था। इसी के चलते उनमें गुस्सा भरता गया और उन्होंने बदला लेने की ठानी।
बागपत में दो महीने में दूसरी वारदात, क्या मदरसों में कुछ गड़बड़ है?
गांगनोली की इस घटना से पहले अगस्त में भी बागपत के छपरौली के टांडा गांव में कुछ ऐसा ही हुआ था। वहां एक छात्रा ने मौलवी के 11 महीने के दत्तक पुत्र की हत्या कर दी थी। छात्रा का दावा था कि उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था, जिससे तंग आकर उसने यह कदम उठाया।
इन दोनों मामलों ने मदरसों में पढ़ाई के माहौल और मौलवियों के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।