hindenburg report: अमेरिकी शोध फर्म हिंडनबर्ग ने भारत में एक और बड़े खुलासे का इशारा दिया है, जिससे अडानी ग्रुप के हालिया विवादों की याद ताजा हो गई है। हिंडनबर्ग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संकेत दिया है कि भारत में जल्द ही कुछ महत्वपूर्ण घटित होने वाला है।
बीते वर्ष 2023 में हिंडनबर्ग ने अडानी एंटरप्राइजेज की शेयर बिक्री के पहले अडानी ग्रुप की आलोचना करते हुए एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के बाजार मूल्य में 86 बिलियन डॉलर की कमी आई और इसके विदेशी सूचीबद्ध बांडों की भारी बिक्री हुई। गौतम अडानी की रैंकिंग दुनिया के नंबर 2 अरबपति से गिरकर 36वें पायदान पर आ गई थी।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने हाल ही में हिंडनबर्ग और न्यूयॉर्क के हेज फंड मैनेजर मार्क किंग्डन के बीच कनेक्शन का खुलासा किया है। सेबी का कहना है कि हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप की रिपोर्ट को रिलीज करने से दो महीने पहले किंग्डन के साथ शेयर किया था, जिससे स्ट्रेटजिक ट्रेडिंग के माध्यम से लाभ कमाया गया।
सेबी ने हिंडनबर्ग को 46 पेज का कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि हिंडनबर्ग और किंग्डन कैपिटल मैनेजमेंट ने मई 2021 में एक 'रिसर्च एग्रीमेंट' किया था। इस एग्रीमेंट के तहत अडानी ग्रुप पर 'कॉर्पोरेट इतिहास की सबसे बड़ी धोखाधड़ी' करने का इल्जाम लगाने वाली रिपोर्ट को साझा किया गया था। इसके परिणामस्वरूप अडानी की लिस्टेड कंपनियों के बाजार मूल्य में 150 बिलियन डॉलर से ज्यादा की क्षति हुई।
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