
Up Kiran, Digital Desk: दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (ASEAN) के वार्षिक शिखर सम्मेलन को शुरू होने में अब एक हफ्ते से भी कम समय बचा है, लेकिन भारत ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि इस महत्वपूर्ण बैठक में देश का प्रतिनिधित्व कौन करेगा. 6 से 11 अक्टूबर तक लाओस के वियनतियाने में होने वाले इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाएंगे या विदेश मंत्री एस. जयशंकर, इस पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है.
क्या है यह शिखर सम्मेलन: यह साल की सबसे बड़ी कूटनीतिक बैठकों में से एक है, जहां आसियान के 10 सदस्य देशों के साथ-साथ भारत, अमेरिका, चीन, रूस, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे बड़े 'डायलॉग पार्टनर' देशों के नेता भी शामिल होते हैं. इस मंच पर व्यापार, सुरक्षा और संस्कृति जैसे मुद्दों पर चर्चा होती है. इस बार का सम्मेलन इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) भी शामिल है, जो इस क्षेत्र की सबसे प्रमुख रणनीतिक संवाद मंच है.
प्रधानमंत्री कार्यालय लेगा अंतिम फैसला
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पुष्टि की है कि इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा, "जब भी इस पर कोई फैसला होगा, हम आपको सूचित करेंगे." सूत्रों के मुताबिक, अंतिम फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को लेना है और यह प्रधानमंत्री के व्यस्त कार्यक्रम और अन्य प्राथमिकताओं पर निर्भर करेगा.
क्यों मायने रखता है भारत का प्रतिनिधित्व?
लंबा और मजबूत रिश्ता: भारत 1992 में आसियान का एक संवाद भागीदार बना था और 2022 में इस रिश्ते को "व्यापक रणनीतिक साझेदारी" (Comprehensive Strategic Partnership) तक बढ़ा दिया गया था, जो संबंधों की गहराई को दिखाता है.
मोदी का ट्रैक रिकॉर्ड: 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से, नरेंद्र मोदी ने लगभग हर आसियान और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से भाग लिया है. उन्होंने सिर्फ 2021 का वर्चुअल शिखर सम्मेलन छोड़ा था. ऐसे में अगर वह इस बार नहीं जाते हैं, तो इसे एक बड़े संकेत के तौर पर देखा जाएगा.
चीन का बढ़ता प्रभाव: जिस समय दक्षिण-पूर्व एशिया में चीन अपना दबदबा तेजी से बढ़ा रहा है, भारत के लिए इस मंच पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है.
दुनिया भर के नेता यह देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं कि इस अहम क्षेत्रीय मंच पर भारत किस स्तर पर अपनी भागीदारी दर्ज कराता है.