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आज (२३ जुलाई) चौथे टेस्ट के पहले दिन के तीसरे सेशन में पंत ने क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्विप खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके दाहिने पैर पर जा लगी। इससे पैर में तेज़ दर्द, तेज़ सूजन, और खून निकलने लगा।
वह स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर ले जाए गए और एम्बुलेंस गाड़ी द्वारा उपचार स्थल भेजे गए।
टीम इंडिया को बड़ा झटका
मिडिल ऑर्डर में पंत की आक्रामक बल्लेबाज़ी का योगदान और विकेटकीपिंग दोहरे रूप में टीम के लिए महत्वपूर्ण है।
लॉर्ड्स टेस्ट में चोटिल उंगली के बाद भी वह बैटिंग में वापसी करके योगदान दे चुके हैं, लेकिन इस बार पैर की चोट उन्हें पूरी तरह से बाहर कर सकती है ।
पूर्व इंग्लैंड कप्तान माइक एथर्टन ने कहा, “You don’t get carted off if it’s not serious” — यानी चोट गंभीर है ।
मैच पर असर
पंत की गैरमौजूदगी में ध्रुव जुरेल को विकेटकीपिंग करनी पड़ेगी, जिससे टीम की संतुलन क्षमता प्रभावित हो सकती है।
चौथे टेस्ट से बाहर रहना भारत के लिए लॉर्ड्स जैसी बड़ी चूक साबित हो सकता है, जहां पंत की गैरमौजूदगी में टीम संघर्ष में रही थी।
क्या विकल्प होंगे?
रवि शास्त्री ने सुझाव दिया है कि पंत को मैनचेस्टर टेस्ट में तब तक नहीं खिलाना चाहिए, जब तक वह पूरी तरह फिट ना हों।
माइकल वॉन ने मैच में चोट के कारण सब्स्टीट्यूट की मांग उठाई है ताकि टीम की संख्या का संतुलन बना रहे।
आगे की स्थिति
टीम प्रबंधन और मेडिकल स्टाफ पंत की फिटनेस की जांच कर रहे हैं।
अगर वह टेस्ट में भाग नहीं ले पाते, तो यह टीम इंडिया के स्ट्राइक बैटिंग सॉलिडिटी और विकेटकीपिंग कवरेज के लिए गंभीर खामी साबित हो सकता है।
पांच मैचों की सीरीज में इंग्लैंड फिलहाल 2–1 से आगे है; मैनचेस्टर टेस्ट भारत के लिए रिकवरी की आख़िरी बड़ी उम्मीद है।
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