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Up Kiran, Digital Desk: जीवन में जब भी कोई मुश्किल आती है या मन में किसी तरह का डर बैठ जाता है, तो बड़े-बुजुर्ग अक्सर हनुमान चालीसा पढ़ने की सलाह देते हैं। यह सिर्फ एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि एक ऐसा उपाय है जो हमें मानसिक शांति और हिम्मत देता है। गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा लिखी गई हनुमान चालीसा की हर चौपाई में इतनी शक्ति है कि इसका नियमित पाठ करने से जीवन की बड़ी से बड़ी परेशानियां भी दूर हो सकती हैं।

कलयुग में हनुमान जी को जीवित देवता माना जाता है, जो आज भी अपने भक्तों की रक्षा के लिए मौजूद हैं।हनुमान चालीसा का पाठ करना उन्हें प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने का सबसे सरल रास्ता है। आइए, जानते हैं कि हनुमान चालीसा का नियमित पाठ हमारे जीवन में कौन से सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

मानसिक शांति और डर से मुक्ति


आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और चिंता आम हो गई है। हनुमान चालीसा का पाठ मन को शांत करने में मदद करता है। इसमें लिखा है, "भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै॥", जिसका अर्थ है कि हनुमान जी का नाम लेने मात्र से हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा और डर दूर हो जाता है। जिन लोगों को रात में बुरे सपने आते हैं या मन में अनजाना भय बना रहता है, उन्हें इसका पाठ जरूर करना चाहिए।

सफलता और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी


जो लोग अपने करियर या शिक्षा में सफलता पाना चाहते हैं, उनके लिए हनुमान चालीसा का पाठ बहुत फायदेमंद है। हनुमान जी को बल, बुद्धि और विद्या का दाता कहा जाता है। नियमित पाठ करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है और व्यक्ति सही निर्णय लेने में सक्षम होता है।विद्यार्थियों के लिए तो यह विशेष रूप से लाभकारी है, क्योंकि इससे एकाग्रता बढ़ती है और पढ़ाई में मन लगता है।

सेहत से जुड़ी समस्याओं में मिलता है आराम


कई बार लंबी बीमारी या शारीरिक कष्ट इंसान को तोड़ देते हैं। हनुमान चालीसा में एक चौपाई है- "नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा॥", इसका मतलब है कि हनुमान जी का निरंतर जाप करने से सभी रोग और पीड़ाएं नष्ट हो जाती हैं। इसका पाठ करने से शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है और व्यक्ति खुद को निरोगी महसूस करने लगता है।

ग्रहों के बुरे प्रभाव से मिलती है सुरक्षा


ज्योतिष में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या को काफी कष्टकारी माना जाता है। कहते हैं कि हनुमान जी के भक्तों को शनिदेव कभी परेशान नहीं करते। मान्यता है कि हनुमान जी ने शनिदेव की रक्षा की थी, जिसके बाद शनिदेव ने उन्हें वचन दिया था कि वे उनके भक्तों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।इसलिए, जिन पर शनि का प्रकोप चल रहा हो, उन्हें मंगलवार और शनिवार को विशेष रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

कैसे करें हनुमान चालीसा का सही तरीके से पाठ?


हनुमान चालीसा का पूरा लाभ पाने के लिए इसे सही विधि से पढ़ना जरूरी है।

हनुमान चालीसा सिर्फ कुछ पंक्तियाँ नहीं, बल्कि विश्वास और श्रद्धा का प्रतीक है। जब आप इसे सच्चे मन से पढ़ते हैं, तो जीवन में सकारात्मक बदलाव आना निश्चित है।