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Up Kiran, Digital Desk: राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान मानद विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में हृदय रोगों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने और बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) के प्रशिक्षण पर जोर दिया गया। यह कार्यक्रम सहकार मार्ग स्थित केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण में आयोजित हुआ, जहां अधिकारियों और कर्मचारियों को हृदय रोगों के प्रति जागरूक किया गया।

इस सत्र का उद्देश्य लोगों को प्रारंभिक रोकथाम के उपायों और आपातकालीन स्थितियों में बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) की तकनीकों से अवगत कराना था। कार्यक्रम में विशेषज्ञों के तौर पर प्रोफेसर आर.के. जोशी, डॉ. दीप्ति बिष्ट, डॉ. उपमा भारती, डॉ. रोहित कुमार और डॉ. उत्कर्ष गुप्ता ने मार्गदर्शन किया। उन्होंने बताया कि समय पर दी गई कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन (सीपीआर) किसी व्यक्ति की जान बचा सकती है।

इस प्रशिक्षण सत्र में अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्डियक इमरजेंसी के दौरान सही तरीके से CPR देने की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि आपातकालीन स्थिति में सही तकनीक से किए गए बीएलएस की मदद से किसी व्यक्ति की जान को बचाया जा सकता है।

कार्यक्रम के अंतर्गत प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण को अत्यधिक उपयोगी बताया और कहा कि ऐसे आयोजन समाज में हृदय रोगों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मददगार होते हैं। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर ने यह घोषणा की कि भविष्य में भी इस तरह के स्वास्थ्य और आपातकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम अन्य संस्थानों में आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य जनस्वास्थ्य को बेहतर बनाना और आपातकालीन स्थिति में जनता को सही जानकारी देना है।