Up Kiran, Digital Desk: नोएडा के जेवर एयरपोर्ट के लिए जिन किसानों ने अपनी पुश्तैनी ज़मीन दी थी, उनके घरों में आजकल खुशी का माहौल है। वजह है नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) की ओर से आने वाले इंटरव्यू कॉल लेटर। इन परिवारों ने 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून के तहत 5 लाख रुपये लेने की बजाय नौकरी का विकल्प चुना था और अब वो सपना सच होने जा रहा है।
सभी युवाओं के पास आधिकारिक मेल पहुँच चुका है। इंटरव्यू 2 दिसंबर 2025 को जेवर एयरपोर्ट के साइट ऑफिस में होगा। गाँव से आने-जाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने मुफ्त बसें भी चलाई हैं। ये नौकरियाँ कंसेशनेयर पार्टनर्स की तरफ से दी जाएंगी। यानी एयरपोर्ट में ही स्थायी रोजगार का मौका।
कानून ने दिखाया अपना असली रंग
ये सब संभव हुआ RFCTLARR एक्ट 2013 और यूपी के नियम 153-154 की वजह से। किसानों को समझाया गया था कि पैसा लेने की बजाय नौकरी चुन सकते हैं। युवाओं ने सहमति दी। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के CEO और जिलाधिकारी ने आवेदन आगे भेजे। आज उसी का नतीजा सबके सामने है। शांतिपूर्ण आंदोलन और कानूनी रास्ते ने रंग दिखाया।
पूर्व डीएम बोले: ये सिर्फ शुरुआत है
कॉपरेशन-17 के अध्यक्ष और पूर्व जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने YEIDA के CEO, जिलाधिकारी और NIAL अधिकारियों को दिल से धन्यवाद कहा। उनके मुताबिक पाँच साल से लटका मामला अब हल हो रहा है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की है कि पूरी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी हो। योग्यता के हिसाब से वेतन और हर पात्र युवा को सम्मानजनक नौकरी मिले।
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