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Up Kiran, Digital Desk: पूर्व भारतीय विकेटकीपर पार्थिव पटेल का मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में होने वाले पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में भारतीय टीम को कलाई के जादूगर कुलदीप यादव को अंतिम एकादश में शामिल करने का रास्ता खोजना चाहिए। पार्थिव ने साफ कहा कि कुलदीप ऐसे गेंदबाज हैं जो मैदान पर कुछ 'अलग' कर सकते हैं, खासकर अगर पिच बहुत मददगार न हुई तो उनकी भूमिका और भी अहम हो जाएगी।

पटेल ने अपने तर्क को पुख्ता करते हुए याद दिलाया कि कुलदीप यादव ने धर्मशाला में पहले भी शानदार प्रदर्शन किया है और वहाँ पांच विकेट लेने का कारनामा भी कर चुके हैं। उनका कहना है कि चूंकि भारत पहले ही श्रृंखला में 3-1 की अजेय बढ़त बना चुका है, इसलिए टीम पर अब कोई खास दबाव नहीं है और ऐसे में नए प्रयोग किए जा सकते हैं।

पूर्व विकेटकीपर ने यह भी जोड़ा कि जब रविचंद्रन अश्विन अपना ऐतिहासिक 100वां टेस्ट खेलने जा रहे हों और जसप्रीत बुमराह जैसे धारदार गेंदबाज टीम में वापसी कर रहे हों, तो भारत को अपनी सबसे मजबूत और विविध गेंदबाजी आक्रमण के साथ मैदान पर उतरना चाहिए। उन्होंने संकेत दिया कि अगर कुलदीप को मौका मिलता है, तो हो सकता है कि बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल को इस मैच के लिए बाहर बैठाया जाए।

पार्थिव पटेल चाहते हैं कि भारतीय टीम अंतिम टेस्ट में कुलदीप यादव की अनूठी प्रतिभा का लाभ उठाए। उनका मानना है कि कुलदीप न केवल टीम को विविधता देंगे, बल्कि सपाट पिचों पर भी विरोधी बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकते हैं, जिससे भारत इस घरेलू श्रृंखला का अंत जीत के साथ कर सके।

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