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Up Kiran, Digital Desk: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपनी हालिया मुलाकात को ऐतिहासिक बताया है और कहा है कि यह मीटिंग दोनों देशों के बीच कभी न खत्म होने वाली शांति और सफलता की वजह बनेगी। ट्रंप का यह बयान दुनिया की दो सबसे बड़ी ताकतों के बीच लंबे समय से चल रहे तनाव को कम करने की एक बड़ी कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।

दक्षिण कोरिया के बुसान में हुई इस मुलाकात के बाद ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मेरी G2 मीटिंग दोनों देशों के लिए शानदार रही। यह मुलाकात हमेशा के लिए शांति और सफलता लाएगी। भगवान चीन और अमेरिका दोनों का भला करे!

यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के बीच व्यापार, टेक्नोलॉजी और ताइवान जैसे मुद्दों को लेकर गंभीर मतभेद रहे हैं। हालांकि, इस मीटिंग के बाद माहौल काफी सकारात्मक दिख रहा है। दोनों नेताओं के बीच एक अहम व्यापारिक समझौता हुआ है, जिसके तहत अमेरिका ने चीनी सामानों पर लगाए गए कुछ टैरिफ कम करने पर सहमति जताई है, वहीं चीन ने अमेरिकी सोयाबीन की खरीद फिर से शुरू करने का वादा किया है।

इस समझौते को एक बड़ी जीत के तौर पर पेश किया जा रहा है, जिससे दोनों देशों के बीच चल रहे ट्रेड वॉर पर फिलहाल के लिए विराम लग गया है। ट्रंप ने इस मीटिंग को 10 में से 12 नंबर दिए, जो दिखाता है कि वह इसके नतीजों से कितने खुश हैं।

ट्रंप के "G2" शब्द के इस्तेमाल ने भी दुनिया भर में नई बहस छेड़ दी है।इसका मतलब है कि अब अमेरिका और चीन मिलकर दुनिया के बड़े फैसले लेंगे, जो भारत, रूस और यूरोपीय संघ जैसे दूसरे बड़े देशों के लिए एक बड़ा संकेत हो सकता है।अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने भी ट्रंप की बात का समर्थन करते हुए कहा कि अमेरिका और चीन के रिश्ते पहले कभी इतने अच्छे नहीं थे

हालांकि यह मुलाकात काफी सकारात्मक रही, लेकिन विशेषज्ञ अभी भी सतर्क हैं। उनका मानना है कि यह शांति एक अस्थायी समझौता भी हो सकती है, क्योंकि दोनों देशों के बीच असल मुद्दे अभी भी बने हुए हैं। लेकिन फिलहाल, इस मुलाकात ने दुनिया को यह उम्मीद जरूर दी है कि बातचीत के जरिए बड़े से बड़े मतभेद भी सुलझाए जा सकते हैं।