mcg test aus vs ind: मेलबर्न के मैदान पर बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के चौथे दिन बुमराह-सिराज ने दमदार गेंदबाजी की और मेजबान ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग की हवा निकाल दी। मगर आखिरी जोड़ी ने जोरदार बैटिंग कर मैच में ट्विस्ट ला दिया। लायन और बोलैंड के अर्धशतकों के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 333 रनों की बढ़त ले ली है। तो साफ है कि पांचवें और आखिरी दिन टीम इंडिया को 333 रन से ज्यादा का लक्ष्य मिलेगा।
पांचवें दिन होगा मैच का फैसला
अब सवाल ये है कि क्या मेलबर्न में आखिरी दिन टीम इंडिया इस लक्ष्य को पार कर पाएगी? क्रिकेट प्रशंसक सोच रहे हैं कि क्या ऑस्ट्रेलिया किले पर कब्ज़ा जमाएगा या मैच ड्रा हो जाएगा। चौथे दिन का खेल जहां समाप्त हुआ, उसे देखते हुए इन तीनों संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। मगर क्या यहां टीम इंडिया के लिए ये संभव है? आइए पुराने रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं-
रनों का पीछा करते हुए टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध शीर्ष प्रदर्शन
भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में तीन बार 330 रन से ज्यादा का लक्ष्य पार किया है। यह रिकॉर्ड एक बार फिर उम्मीद जगा रहा है कि टीम इंडिया अब भी मेलबर्न में धमाल मचा सकती है। इससे पहले 2021 में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 328 रनों का पीछा कर इतिहास रचा था।
टीम इंडिया ने 3 बार 300 से ज्यादा रन का सफलतापूर्वक पीछा किया
भारतीय टीम ने तीन बार 300 से ज्यादा रन का सफलतापूर्वक पीछा किया है। इसमें दो बार टीम इंडिया को परेड के विरुद्ध मैदान पर जीत मिली है। 1976 में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के विरुद्ध 403 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया था। 2009 में टीम इंडिया के नाम इंग्लैंड के विरुद्ध 387 रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल करने का रिकॉर्ड है। 2021 में ब्रिस्बेन में बनाए गए 328 रनों के अलावा, भारतीय टीम द्वारा दिल्ली में वेस्टइंडीज के विरुद्ध 276 रनों का सफल पीछा करने का रिकॉर्ड है।
पांचवें दिन क्या रहेगा टीम इंडिया का रुख
पांचवें दिन अधिकतम 98 ओवर का खेल होगा। टीम इंडिया के सामने ऑस्ट्रेलियाई टीम की आखिरी जोड़ी को जल्द से जल्द तोड़ने की चुनौती होगी। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सीरीज में पर्थ के मैदानी प्रदर्शन के अलावा भारतीय बल्लेबाज कोई कमाल नहीं दिखा पाए हैं। टीम इंडिया के पास इस कमी को भरने का मौका होगा। बल्लेबाजों को अगर मैच जीतना है तो रन रेट पर ध्यान देना होगा। टीम इंडिया को इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि रन गति की आवाज के कारण जल्दी विकेट न गंवाए जाएं। पहले सेशन में दोनों टीमों के रुख का अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुकाबला किसके पक्ष में होगा।
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