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Up kiran,Digital Desk : वेस्ट इंडीज़ के गेंदबाज़ आज शायद सपने में भी रचिन रविंद्र और टॉम लैथम को ही देखेंगे। इन दोनों ने मिलकर आज क्राइस्टचर्च के मैदान पर जो किया, उसे क्रिकेट की भाषा में 'मैच छीन लेना' कहते हैं। दोनों ने एक-एक करके शतक जड़े और अपनी टीम को उस मज़बूत स्थिति में पहुँचा दिया है, जहाँ से हारना लगभग नामुमकिन है।

रन नहीं, रनों का पहाड़ बना दिया

यह कहानी शुरू हुई जब न्यूज़ीलैंड के स्टार बल्लेबाज़ केन विलियमसन सिर्फ़ 9 रन बनाकर आउट हो गए। उस समय लगा कि शायद वेस्ट इंडीज़ मैच में वापसी कर लेगा, लेकिन फिर क्रीज़ पर आए रचिन रविंद्र। उन्होंने कप्तान टॉम लैथम के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 279 रनों की एक ऐसी दीवार खड़ी कर दी, जिसे वेस्ट इंडीज़ के गेंदबाज़ दिन भर भेदने की कोशिश करते रहे, लेकिन नाकाम रहे।

ख़ासकर रचिन रविंद्र तो कुछ और ही सोचकर आए थे। उन्होंने सिर्फ़ 185 गेंदों पर 176 रन बना डाले, जिसमें 27 चौके और एक छक्का शामिल था। ऐसा लग रहा था मानो वो टेस्ट नहीं, बल्कि कोई वनडे मैच खेल रहे हों।

वहीं दूसरे छोर पर, कप्तान टॉम लैथम एक चट्टान की तरह खड़े रहे और 145 रनों की शानदार पारी खेली। इन दोनों की पारियों की बदौलत न्यूज़ीलैंड ने अपनी दूसरी पारी में 400 से ज़्यादा रन बना लिए हैं।

अब मैच पूरी तरह न्यूज़ीलैंड की मुट्ठी में

न्यूज़ीलैंड ने अब वेस्ट इंडीज़ पर 481 रनों की विशाल बढ़त बना ली है, और मैच लगभग उनकी मुट्ठी में आ चुका है। अब वेस्ट इंडीज़ को यह मैच बचाने के लिए कोई चमत्कार ही करना होगा। कुल मिलाकर, आज का दिन पूरी तरह से न्यूज़ीलैंड के इन दो बल्लेबाज़ों के नाम रहा, जिन्होंने वेस्ट इंडीज़ की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।