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Up Kiran, Digital Desk: केरल में हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने समाज और कानून दोनों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। क्या एक बालिग महिला का नाबालिग लड़के के साथ भाग जाना सिर्फ "प्यार" है, या फिर यह पॉक्सो एक्ट के तहत गंभीर अपराध? इस सवाल ने हर किसी को चौंका दिया है।

महिला और नाबालिग के बीच कैसे हुई मुलाकात?

जानकारी के मुताबिक, यह 30 वर्षीय महिला पहली बार एक पारिवारिक समारोह में 17 वर्षीय लड़के के संपर्क में आई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और बात कथित तौर पर प्यार तक पहुँच गई। रिश्ते में यह महिला लड़के की दूर की रिश्तेदार बताई जा रही है।

भागने की योजना और पकड़े जाने तक की कहानी

करीब एक हफ्ते पहले दोनों अचानक गायब हो गए। महिला के पति ने जब उसे ससुराल वापस लाने की कोशिश की तो उसने मना कर दिया और अपने गांव से उस नाबालिग के साथ फरार हो गई। दोनों का इरादा कर्नाटक में बसने का था। उन्होंने कोल्लूर में एक किराये का घर भी ले लिया था।

इस दौरान उन्होंने किसी से संपर्क नहीं किया और मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी बंद कर दिया ताकि पकड़े न जाएं। बावजूद इसके, पुलिस ने पांच दिन की सघन तलाश के बाद दोनों को ढूंढ निकाला।

दोनों परिवारों ने दर्ज कराई थी FIR

जब दोनों गायब हुए, तो दोनों ही परिवारों ने स्थानीय पुलिस में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मामला सामने आते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी और आखिरकार दोनों को कर्नाटक के कोल्लूर से हिरासत में ले लिया गया।

लड़के को उसके परिवार को सौंप दिया गया है, जबकि महिला को चेरथला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

पॉक्सो एक्ट के तहत गंभीर धाराएं लगीं

चूंकि लड़का नाबालिग है और महिला बालिग, इसलिए इस मामले को कानून ने बहुत गंभीरता से लिया है। पुलिस के अनुसार महिला पर POCSO Act के तहत यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं। यह एक्ट बच्चों को यौन अपराधों से सुरक्षा देने के लिए बनाया गया है और इसके अंतर्गत सख्त सजा का प्रावधान है।

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