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नई दिल्ली। भारत पहला ऐसा देश है जहां दुनिया भर के लोग यात्रा करना पसंद करते हैं। यहां आपको एडवेंचर, वाइल्डलाइफ, पर्यावरण, धार्मिक विचारों से जुड़ी तमाम जगहें मिलेंगी। भारत में सर्वाधिक धूप वाले क्षेत्र भी हैं। ऐसी जगहें हैं जहां बर्फबारी होती है। जिन लोगों का रूझान अध्यात्म की ओर अधिक है उनकी पहली पसंद भारत है। भारत का सांस्कृतिक इतिहास हजारों वर्षों तक फैला हुआ है। अब भारत में आपको हर धर्म के लोग मिल जायेंगे। इसीलिए भारत को एक समृद्ध देश कहा जाता है। विदेशी लोग कई कारणों से भारत आते हैं।

यह छोटा सा गांव जम्मू कश्मीर के लद्दाख में स्थित है। कारगिल इलाके से 70 किलोमीटर की दूरी पर आर्यन वैली नाम के गांव में विदेशी महिलाएं गर्भवती होने के लिए आती हैं। इरो महिलाएं यहां कुछ समय तक पुरुषों के साथ रहती हैं और गर्भवती होने पर अपने देश चली जाती हैं। अब यह एक तरह का व्यवसाय है।  आर्यन वैली में ज्यादातर यूरोपीय महिलाएं आती हैं।

ब्रोकाप आदिवासी समुदाय लद्दाख की आर्य घाटी में रहता है। जब सिकंदर महान भारत से लौटा तो सेना की एक टुकड़ी यहीं रुकी थी। इन्हें सिकंदर का वंशज और मूल आर्य कहा जाता है। अतः यूरोप और आर्य घाटी के साथ घनिष्ठ संबंध है।

विदेशी स्त्रियों से जन्मे बच्चे सिकंदर की सेना के शक्तिशाली सैनिकों जैसे बनें। एक सैनिक की तरह मजबूत शरीर और नीली आंखें चाहता है। इसी वजह से देश विदेश से लोग आर्यन वैली आते हैं। आर्यन वैली क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों से लोकप्रियता हासिल कर रहा है। बताया जाता है कि इसके चलते यहां आने वाली विदेशी महिलाओं की संख्या भी बढ़ रही है।

यहां आने वाली विदेशी महिलाएं पुरुषों से शारीरिक संबंध बनाने के लिए उन्हें भारी रकम चुकाती हैं। वे तब तक यहीं रहती हैं जब तक उन्हें यकीन नहीं हो जाता कि वे गर्भवती हैं। जैसे ही वह गर्भवती हो जाती है, वह यहां से चली जाती है।

ब्रोकाप आदिवासी समुदाय के लोग आर्यों के वंशज होने का दावा करते हैं। लेकिन इसका कोई सबूत नहीं है। यहां के लोग अपनी ऊंचाई, शारीरिक संरचना, कुछ कहानियों और लोककथाओं के आधार पर शुद्ध आर्य होने का दावा करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गर्भावस्था पर्यटन महज एक मिथक है।
 

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