
Up Kiran, Digital Desk: कोरोना के बाद से ऑफिस कल्चर में आए बदलाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. दिल्ली-एनसीआर का प्रॉपर्टी बाजार एक बार फिर कंपनियों के लिए हॉटस्पॉट बन गया है. रियल एस्टेट सलाहकार फर्म कुशमैन एंड वेकफील्ड (Cushman & Wakefield) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जुलाई से सितंबर की तिमाही में ऑफिस स्पेस की किराए पर लेने की रफ्तार में ढाई गुना (2.5x) की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है.
आंकड़ों में समझिए बाजार की तेजी
रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में दिल्ली-एनसीआर में कुल 37.9 लाख स्क्वायर फीट ऑफिस स्पेस किराए पर लिया गया. यह आंकड़ा पिछले साल की इसी अवधि के 15.2 लाख स्क्वायर फीट के मुकाबले ढाई गुना ज्यादा है.
यह उछाल इस बात का संकेत है कि बड़ी-बड़ी कंपनियां अब प्रीमियम और बेहतर सुविधाओं वाले वर्कस्पेस को तरजीह दे रही हैं. ऑफिस स्पेस की कुल मांग में दिल्ली-एनसीआर की हिस्सेदारी 23 प्रतिशत रही, जो देश के टॉप आठ शहरों में सबसे ज्यादा है.
पूरे देश में बढ़ी ऑफिस की मांग
सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, बल्कि देश के आठ बड़े शहरों में भी ऑफिस स्पेस की मांग में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई. इस तिमाही में इन शहरों में कुल 162.5 लाख स्क्वायर फीट ऑफिस स्पेस की नेट लीजिंग हुई.
सलाहकार फर्म ने कहा, "2025 के पहले नौ महीनों में ही हमने 443 लाख स्क्वायर फीट की नेट लीजिंग दर्ज की है, जो पिछले साल 2024 के कुल आंकड़े (507 लाख स्क्वायर फीट) का लगभग 87 प्रतिशत है. अभी साल की एक तिमाही बाकी है और जिस तरह से सौदे हो रहे हैं, उसे देखते हुए यह बाजार पिछले साल के रिकॉर्ड को आसानी से तोड़ देगा और एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा."
इस ट्रेंड से साफ है कि 'वर्क फ्रॉम होम' के दौर के बाद अब कंपनियां बड़े पैमाने पर ऑफिस लौट रही हैं और अपने कर्मचारियों के लिए बेहतर माहौल तैयार कर रही हैं.