img

Up Kiran, Digital Desk: आज की तेज़-तर्रार दुनिया में, कामकाजी माताओं के सामने कई चुनौतियाँ होती हैं। वे एक ही समय में एक सफल पेशेवर और एक देखभाल करने वाली माँ और पत्नी की भूमिका निभाती हैं। अक्सर, वे घर और बाहर, दोनों जगह अपनी भूमिकाओं को बखूबी निभाने की कोशिश में सब कुछ अकेले संभालने का बोझ उठा लेती हैं। इससे उन पर न केवल मानसिक और शारीरिक तनाव बढ़ता है, बल्कि 'सुपरवुमन' बनने के इस दबाव में वे अपनी खुद की ज़रूरतों को अनदेखा कर देती हैं।

यह समझना बेहद ज़रूरी है कि आपको अकेले सब कुछ करने की ज़रूरत नहीं है। मदद मांगना कमजोरी नहीं, बल्कि समझदारी और ताकत का प्रतीक है। अपने बोझ को कम करने और अपनी मानसिक शांति बनाए रखने के लिए सहायता स्वीकार करना एक स्वस्थ कदम है।

अकेले सब कुछ संभालने का बोझ क्यों छोड़ दें?

बर्नआउट से बचें: लगातार बिना मदद के काम करना मानसिक और शारीरिक थकावट (बर्नआउट) का कारण बन सकता है, जिससे आपके स्वास्थ्य और रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

गुणवत्ता पर ध्यान दें: जब आप कामों को बांटती हैं, तो आपके पास हर भूमिका में अपनी ऊर्जा को बेहतर तरीके से लगाने का समय होता है। इससे आप हर काम को अधिक कुशलता और गुणवत्ता के साथ कर पाती हैं।

संबंध मजबूत करें: मदद मांगने से आपके साथी, परिवार और दोस्तों के साथ आपके रिश्ते मजबूत होते हैं, क्योंकि उन्हें आपकी सहायता करने और आपके जीवन का हिस्सा बनने का अवसर मिलता है।

बच्चों के लिए रोल मॉडल: जब बच्चे देखते हैं कि उनकी माँ मदद लेती है और खुद का ख्याल रखती है, तो वे भी सीखते हैं कि संतुलन कितना महत्वपूर्ण है और मदद मांगना एक सामान्य बात है।

मदद कैसे लें और खुद का ख्याल कैसे रखें:

अपने साथी के साथ साझा करें: घर के कामों और बच्चों की जिम्मेदारियों को अपने पार्टनर के साथ समान रूप से बांटें।

परिवार और दोस्तों से मदद मांगें: यदि परिवार पास में है, तो उनसे बच्चों की देखभाल या छोटे-मोटे कामों में मदद लेने में संकोच न करें।

पेशेवर मदद लें: यदि आर्थिक रूप से संभव हो, तो घरेलू मदद, चाइल्डकेयर या किसी थेरेपिस्ट से बात करने पर विचार करें।

प्राथमिकताएं तय करें: हर काम को परफेक्ट करने की कोशिश न करें। उन कामों पर ध्यान दें जो सबसे महत्वपूर्ण हैं और बाकियों के लिए 'ठीक है' का रवैया अपनाएं।

आत्म-देखभाल को प्राथमिकता दें: अपने लिए हर दिन कुछ समय निकालें – चाहे वह व्यायाम हो, पढ़ना हो, या बस आराम करना हो। यह स्वार्थ नहीं, बल्कि ऊर्जावान बने रहने की एक आवश्यकता है।

अपराध बोध छोड़ें: आपको हर समय सब कुछ करने की ज़रूरत नहीं है। आप अपना सर्वश्रेष्ठ कर रही हैं, और यह पर्याप्त है।

प्रिय कामकाजी माताओं, याद रखें कि आप शक्तिशाली हैं, सक्षम हैं, लेकिन आपको अकेले सब कुछ नहीं करना है। मदद लेने से आप एक बेहतर माँ, बेहतर पेशेवर और सबसे महत्वपूर्ण, एक खुशहाल इंसान बनेंगी। आप काफी अच्छी हैं, बस खुद पर थोड़ा आसान रहें।

--Advertisement--