
Up Kiran, Digital Desk: हर साल वर्ल्ड आर्थराइटिस डे (World Arthritis Day) 12 अक्टूबर को मनाया जाता है। इसका मकसद लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना है। आर्थराइटिस (Arthritis), जिसे सामान्य भाषा में गठिया रोग कहा जाता है, एक गंभीर बीमारी है जो हमारे जोड़ों (Joints) को प्रभावित करती है। इसे अक्सर बुढ़ापे की बीमारी मानकर टाल दिया जाता है, जबकि यह किसी भी उम्र में हो सकती है। अगर आपको चलते, उठते या बैठने में दर्द होता है, तो इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें।
आर्थराइटिस के 5 शुरुआती और ज़रूरी लक्षण
जितनी जल्दी इस बीमारी का पता चलता है, उतना ही आसान इसका इलाज होता है। अगर आपको लंबे समय से इनमें से कोई भी लक्षण दिख रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है:
सुबह-सुबह अकड़न (Morning Stiffness): नींद से उठने के बाद आपके जोड़ों में एक घंटे या उससे अधिक समय तक कड़ापन महसूस होना।
लगातार जोड़ों में दर्द: ख़ासकर हाथ की उंगलियों, कलाई, कोहनी, घुटनों और एड़ियों में लंबे समय से बना हुआ हल्का या तेज़ दर्द (Pain)।
सूजन (Swelling) और लालिमा: प्रभावित जोड़ का गर्म हो जाना, सूज जाना या उसके आस-पास लाल पड़ जाना।
थकान और कमज़ोरी: शरीर में लगातार थकान बनी रहना, बुखार जैसा महसूस होना या जोड़ को हिलाने-डुलाने की इच्छा न होना।
जोड़ों का सीमित घूमना (Limited Movement): जोड़ को पूरी तरह मोड़ पाने या घुमा पाने में परेशानी होना, या फिर हिलने-डुलने पर कट-कट की आवाज़ आना।
डरने की बात नहीं: उपलब्ध हैं आधुनिक उपचार
अच्छी खबर यह है कि विज्ञान ने काफी प्रगति की है और आज आर्थराइटिस को सिर्फ 'नियंत्रित' नहीं किया जाता, बल्कि कई नए तरीके के इलाज (Treatments) उपलब्ध हैं:
बायोलॉजिक्स (Biologics) दवाएं: ये बिल्कुल नई दवाएं हैं, जो सीधे शरीर की इम्यून सिस्टम (Immune System) पर काम करके जोड़ों को खराब होने से बचाती हैं।
एडवांस्ड फीज़ियोथेरपी: अब अत्याधुनिक फीज़ियोथेरपी की तकनीकों से दर्द को कम करके जोड़ों की कार्यक्षमता को बहुत हद तक वापस लाया जा सकता है।
न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी (Minimally Invasive Surgery): आर्थराइटिस के बहुत गंभीर मामलों में भी अब पुराने बड़े ऑपरेशन की जगह रोबोटिक या बहुत छोटे चीरे लगाकर 'जॉइंट रिप्लेसमेंट' (Joint Replacement) आसानी से किया जाता है।
वर्ल्ड आर्थराइटिस डे का यही संदेश है: दर्द को अनदेखा न करें, जागरूक बनें और सही समय पर आधुनिक उपचार अपनाएं ताकि आपकी ज़िंदगी की गति कभी न रुके।