Up Kiran, Digital Desk: ट्रेन की सीटी बजते ही पूरा प्लेटफॉर्म तालियों से गूंज उठा। ढोल नगाड़ों की थाप पर फूलों की मालाएं हवा में लहराने लगीं। मौका था भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार ऑलराउंडर स्नेह राणा के घर वापसी का। वनडे विश्व कप जीतने के बाद पहली बार वह अपने शहर लौटी थीं और जगह थी वही देहरादून रेलवे स्टेशन जहाँ वह रोज ड्यूटी करती हैं।
क्लर्क की वर्दी से विश्व कप हीरो तक
स्नेह राणा कोई आम क्रिकेटर नहीं। दिन में वह देहरादून स्टेशन पर कमर्शियल कम टिकट क्लर्क की वर्दी पहनती हैं और शाम ढलते ही भारतीय टीम या रेलवे की जर्सी में मैदान पर उतर जाती हैं। दो नवंबर को जब टीम इंडिया ने विश्व कप फाइनल में धमाका किया तो स्नेह ने गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाया था। अब वही स्नेह उसी स्टेशन पर खड़ी थीं जहाँ से उनका क्रिकेट का सफर शुरू हुआ था।
ढोल नगाड़ों वाला स्वागत
शुक्रवार दोपहर जैसे ही स्नेह प्लेटफॉर्म पर उतरीं रेलवे के सैकड़ों कर्मचारी और अधिकारी उनका स्वागत करने को बेकरार दिखे। फूलों की बारिश हुई। मिठाइयां बांटी गईं। कोई उन्हें गले लगा रहा था तो कोई सेल्फी लेने की जुगत भिड़ा रहा था। रेल अधिकारियों ने कहा कि स्नेह ने साबित कर दिया कि सपने देखने वालों के लिए कोई नौकरी छोटी या बड़ी नहीं होती।
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