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World News: सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें साझा करने का जुनून कई लोगों में देखा जाता है और आजकल लोग वीडियो और अपनी लाइफस्टाइल से जुड़े अपडेट भी साझा करने में पीछे नहीं रहते। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि इसी जुनून की वजह से किसी की जिंदगी बर्बाद हो सकती है? ऐसा ही एक मामला ब्राजील में सामने आया है, जहां एक व्यक्ति को अपनी तस्वीरों के चलते बिना किसी अपराध के जेल जाना पड़ा।

राजधानी रियो डी जेनेरियो में रहने वाले एक शख्स अक्सर फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते थे, उनको 2020 में अचानक अरेस्ट कर लिया गया। उन पर 2 मर्डर और 62 अन्य मुकदमे दर्ज किए गए, जबकि उनकी कोई आपराधिक हिस्ट्री नहीं थी। शख्स ने जमानत न मिलने के बावजूद सुप्रीम कोर्ट में अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए लड़ाई जारी रखी।

जांच में ये खुलासा हुआ कि पुलिस ने शख्स की तस्वीरों को संदिग्ध एलबम में डाल दिया था, जिसे गवाहों और पीड़ितों के सामने रखा गया। इसके चलते उन्हें हत्यारा करार दिया गया। ब्राजील में ये एक सामान्य प्रथा बन चुकी है कि पुलिस इस तरीके से लोगों की पहचान करवाती है और अक्सर यह प्रक्रिया अश्वेतों को निशाना बनाती है।

युवक ने कहा कि पुलिस ने जो किया, वो कायरता थी। उन्होंने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी क्योंकि मैं अश्वेत और गरीब हूं। ये मामला अकेला नहीं है; 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे 377 मामलों को पलटा है, जहां गलत पहचान के कारण निर्दोष लोगों को सजा भुगतनी पड़ी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पहचान के इस तरीके को बदलने का निर्देश दिया है, मगर अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
 

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