img

Up kiran,Digital Desk : कपिल शर्मा की कॉमेडी फिल्म 'किस किसको प्यार करूं 2' सिनेमाघरों में आ गई है और हर किसी के मन में बस एक ही सवाल है - क्या यह फिल्म पहली वाली की तरह हंसा-हंसाकर लोटपोट कर देगी? कपिल को सालों बाद बड़े पर्दे पर देखने का उत्साह तो बहुत था, लेकिन क्या यह फिल्म उम्मीदों पर खरी उतरी? चलिए जानते हैं कि जो लोग फिल्म देखकर आए हैं, उनका क्या कहना है।

लोगों को कैसी लगी फिल्म?

सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। एक तरफ कपिल शर्मा के फैंस हैं जो उनकी कॉमेडी टाइमिंग और ह्यूमर की जमकर तारीफ कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ बहुत से लोग फिल्म की कमजोर कहानी और पुराने घिसे-पिटे जोक्स से काफी निराश हैं।

ज्यादातर लोगों का यही कहना है कि कपिल शर्मा ने अपना काम बखूबी किया है और यह साबित कर दिया है कि कॉमेडी के मामले में उनका कोई मुकाबला नहीं। लेकिन उनकी सारी मेहनत एक कमजोर और बिना सिर-पैर की कहानी के बोझ तले दब गई है।

एक दर्शक ने लिखा, "कपिल के लिए दो स्टार, पर ऐसी कहानी पर फिल्म बनाते ही क्यों हैं? कपिल इससे कहीं बेहतर किरदारों के हकदार हैं।" वहीं एक और यूजर ने लिखा, "फिल्म का पहला हाफ तो फिर भी ठीक था, लेकिन दूसरे हाफ में कहानी पूरी तरह बिखर गई।"

क्या फिल्म में कुछ भी अच्छा नहीं है?

ऐसा नहीं है! कुछ दर्शक ऐसे भी हैं जिन्हें यह फिल्म एक हल्की-फुल्की 'टाइम पास' फैमिली एंटरटे लगी। उनका मानना है कि अगर आप दिमाग घर पर रखकर सिर्फ कुछ मजेदार पल और हंसी-मजाक के लिए फिल्म देखना चाहते हैं, तो यह आपको निराश नहीं करेगी। फिल्म का मकसद सिर्फ मनोरंजन करना है, और कुछ हद तक यह उसमें सफल भी होती है।

कहानी में क्या है खास?

कहानी एक बार फिर रिश्तों की मजेदार उलझन के आसपास घूमती है, जिसमें तीन अलग-अलग लड़कियों के बीच फंसा हीरो कन्फ्यूजन और कॉमेडी का तड़का लगाता है। इस बार कहानी में एक धार्मिक एंगल भी जोड़ने की कोशिश की गई है, लेकिन वह कहानी को और ज़्यादा उलझा देता है। फिल्म में कपिल शर्मा के अलावा त्रिधा चौधरी, आयशा खान और मंजोत सिंह जैसे कलाकार भी हैं, जिन्होंने अपना काम ठीक-ठाक किया है।

देखिए, अगर आप सिर्फ और सिर्फ कपिल शर्मा की कॉमेडी के फैन हैं और उन्हें पर्दे पर देखने के लिए उत्साहित हैं, तो यह एक ठीक-ठाक वन-टाइम वॉच हो सकती है। लेकिन अगर आप एक दमदार कहानी, नएपन और फ्रेश कॉमेडी की उम्मीद लेकर जा रहे हैं, तो शायद आपको निराशा हाथ लगे।

यह फिल्म उन लोगों के लिए है जो वीकेंड पर बस थोड़ा हंसना चाहते हैं और कहानी या लॉजिक की ज्यादा परवाह नहीं करते।