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Up Kiran, Digital News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून व्यवस्था और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा—खासकर उन इलाकों में जो संवेदनशील माने जाते हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देशों के तहत नेपाल सीमा से सटे जिलों में प्रशासन ने एक बड़ा अभियान चलाया, जिसमें अवैध मदरसे, मस्जिदें और मजारों को चिन्हित कर ध्वस्त या सील किया गया।

क्या है इस अभियान की पृष्ठभूमि

भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र को लंबे समय से अतिक्रमण और अवैध गतिविधियों के लिए संवेदनशील माना जाता रहा है। इस इलाके में विदेशी घुसपैठ, खासकर बांग्लादेशी और रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने कई बार अलर्ट जारी किए हैं। ऐसे में योगी सरकार अब इस क्षेत्र में किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधि को जड़ से खत्म करने के मिशन पर है।

कहाँ-कहाँ हुई कार्रवाई

इस विशेष अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के पांच सीमावर्ती जिलों—श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज—में एक साथ कड़ी कार्रवाई की गई।

श्रावस्ती: जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी के अनुसार, रहमतूगांव में शासकीय भूमि पर बना एक अवैध मदरसा गिरा दिया गया और चार अन्य बिना मान्यता वाले मदरसों को सील किया गया।

बहराइच: जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि एक अवैध मस्जिद को ध्वस्त किया गया है। अब तक जिले में कुल 171 अवैध कब्जों को हटाया जा चुका है।

सिद्धार्थनगर: शोहरतगढ़ में गाटा संख्या 515 पर बना एक मदरसा अतिक्रमणकर्ता द्वारा स्वयं ही हटा लिया गया, प्रशासन द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद।

बलरामपुर: ग्राम रतनवा में वन विभाग की जमीन पर बना एक अवैध मजार प्रशासन ने गिरा दिया।

महराजगंज: नौतनवा तहसील के सिसवा गांव में बाजार विस्तार के लिए सुरक्षित परती भूमि पर बनी एक मजार को हटाया गया।

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